कलेक्टर ने तो बना दी अब सरकार सूची बनाए-कीर्ति राणा (वरिष्ठ पत्रकार )
कलेक्टर ने तो बना दी अब सरकार सूची बनाए
कलेक्टर आशीष सिंह जिला पंचायत सीईओ, निगमायुक्त रहते जो कुछ हट कर करते रहे थे, उसी स्टाइल को जारी रखे हुए हैं।34 अवैध कालोनी वाले कॉलोनाइजर को नोटिस देने के बाद अब बुलडोजर दौड़ाने की तैयारी में हैं। इस सूची वाली अवैध कॉलोनियां बीते सालों में विकसित हुई हैं।अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई के लिये 34 की सूची कलेक्टर ने सरकार को भेज दी है। अब सरकार को भी सूची बनानी चाहिए किन नेताओं के संरक्षण में ये अवैध काम हुआ और कौन कौन अधिकारी आंखें मूंदे रहे।
बंगले पर कब्जा और पूर्व अध्यक्ष का अनुष्ठान
निगम मंडल भंग किए जाने के बाद प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चांवड़ा ने 13 फरवरी को कार तो लौटा दी थी लेकिन बंगला अभी उनके ही आधिपत्य में हैं।ऐसा भी नहीं कि इंदौर या देवास में उन्हें खुद के मकान की कमी नहीं है। भाजपा में जाने क्यों यह चर्चा चल पड़ी है कि पहली बार कराए अनुष्ठान के बाद उन्हें प्राधिकरण अध्यक्ष की कुर्सी मिली थी।चांवड़ा अब फिर से कोई अनुष्ठान करा रहे हैं इस कुर्सी के लिये, उन्हें भरोसा है कि यह बंगला तो उनके पास ही रहेगा।
आनंद मंत्रालय के योग्य हैं मैहर एडीएम
शिवराज सिंह के जमाने में गठित आनंद मंत्रालय को यदि मुख्यमंत्री यादव पुनर्जीवित करना चाहें तो इसका दायित्व मैहर जिले के एडीएम शैलेंद्र सिंह को सौंप सकते हैं।शैलेंद्र सिंह का एक फनी वीडियो खूब वायरल हो रहा है।वे हेयर कटिंग सैलून में एक शख्स की पहले चंपी करते नजर आ रहे हैं और उस व्यक्ति द्वारा सिर पर मार दीजिये की फरमाइश करने पर दनादन पिटाई करने लग जाते हैं।इस फनी वीडियो पर जमकर लाइक आ रहे हैं और लोग शेयर भी कर रहे हैं।
गणेश फिर से महाकाल की शरण में
करीब एक वर्ष बाद गणेश धाकड़ को महाकाल ने फिर अपनी शरण में बुला लिया है।धाकड़ 14 सितंबर 2021 से करीब एक साल इस पद पर रहे थे।दूसरी बार श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक बने धाकड़ की इस नियुक्ति के साथ गजब का संयोग जुड़ गया।प्रशासक का दायित्व जिन मृणाल मीणा के पास था, उन्हें कलेक्टर बालाघाट पदस्थ किए जाने के बाद एडीएम अनुकूल जैन को पदस्थ करने के आदेश हुए थे, उन्होंने पदभार भी सम्हाल लिया था कि दूसरे दिन धाकड़ का आदेश जारी हो गया।
एक की मासूमियत, दूसरे की दबंगाई
सामान्य श्रद्धालुओं से दूर किये जाते महाकाल भी वीवीआयपी के प्रेशर में रहते हैं।उज्जैन के विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा और उनके समर्थक गर्भगृह में घुस गए, पूजन किया और हंगामा मच गया।विधायक ने मासूमियत से पूछ भी लिया किसी तरह का प्रतिबंध है क्या?
देवास की विधायक गायत्री राजे पंवार के बेटे विक्रम सिंह तो और आगे निकल गए।वाहनों के काफिले के साथ महाकाल लोक में पहुंच गए, हंगामा मच गया। बमुश्किल 30 हजार का चालान कर के वाहनों को छोड़ दिया गया।आश्चर्यजनक तो यह भी है इन वाहनों के काफिले के साथ देवास से पुलिस का फॉलो वाहन भी (दूसरे जिले) उज्जैन तक साथ गया था।
पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल को बुधनी से चुनाव लड़ने के फिर से सपने आने लगे हैं।उनकी नींद 15 अगस्त को हुई घटना से उड़ गई है। वो तैयार होकर गए थे बुधनी में झंडावंदन करने के लिये लेकिन स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने साफ कह दिया जहर मत फैलाओ, झंडावंदन तो महिला के हाथों ही होगा, पटेल को बात मानना ही पड़ी।कांग्रेस में अंतर्कलह के ये हालात यहां होने वाले उप चुनाव में भाजपा की जीत की इबारत लिख रहे हैं।कभी यहां से राजकुमार पटेल और उनके भाई रामकुमार को यहीं के लोगों ने जिताया था पर अब वो बात नहीं रही।
भूलने के लिये दिये जाते हैं आदेश
राजवाड़ा क्षेत्र को ई-रिक्क्षा के अतिक्रमण से मुक्त करने के लिए अवलोकन करने के साथ ही कलेक्टर ने सख्त आदेश दिए थे। सत्यसांई स्कूल चौराहे वाले फुटपाथ से मिट्टी के बर्तनों वाली दुकानों का अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई भी प्राधिकरण ने की थी।सभी प्रमुख मार्गों के दुकानदारों द्वारा दुकान के बाहर पांच-दस फीट तक सामान फैलाने के खिलाफ भी अभियान चला था। हर चार-छह महीने में की जाने वालीऐसी तमाम सख्ती सात दिन बाद सड़कों पर हुए गड्डों में भरे पानी में डूब जाती है।
भोपाल सीपी को चुनौती देते क्लब
भोपाल के बंसल वन में देर रात दो क्लबों
रोमियो लेन और आईवेरी क्लब के 2 गुटों में हुई झड़प के दौरान चले लात-घूंसे, युवक युवतियों द्वारा एक दूसरे पर फेंकी शराब की बोतलों की चर्चा वल्लभ भवन तक है। प्रश्न पूछा जा रहा है भोपाल सीपी की क्या मजबूरी है कि 12 बजे क्लब बंद करने के आदेश का पालन नहीं करा पा रहे हैं। पुलिस ने पहुंच कर मामला शांत कराया, पुलिस महकमा इसलिये भी टेंशन फ्री है कि दोनों गुटों में से किसी ने भी शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
सिंधिया करें तो क्या करें
अपने समर्थक विधायकों को मनपसंद मंत्रालय दिलाने से ज्यादा और क्या करें ज्योतिरादित्य सिंधिया? इतना करने के बाद भी सिंधिया की तो परेशानी ही बढ़ा रहे हैं ये मंत्री।अब गोविंद राजपूत को ही देख लीजिये जमीन हड़पने और सागर जिले के गायब हुए मान सिंह पटेल के मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट ने एसआईटी गठित करने का आदेश दिया ही है, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर निशाना साधा है।ये बात अलग है कि राजपूत आठ साल से ऐसे आरोप को निराधार बताते रहे हैं।ऐसे ही सांवेर विधानसभा क्षेत्र में भी एक डॉक्टर की जमीन पर कब्जा करने और जमीन मुक्त कराने गई प्रशासनिक टीम पर फायर करने वाले सुरेश पटेल ने मंत्री की परेशानी बढ़ा रखी है।प्रशासन ने इसकी कोठी तो ध्वस्त कर दी है।मंत्रियों और सिंधिया से सवाल-जवाब तो संघ वाले ही करेंगे।
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