मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट तक, नौ साल पहले भी परीक्षा रद्द हुई थी -कीर्ति राणा(वरिष्ठ पत्रकार )
मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट तक, नौ साल पहले भी परीक्षा रद्द हुई थी
**NEET रिजल्ट में धांधली
एक साथ 67 टॉपर !**
•••इंदौर सहित इस बार 23 लाख बच्चे इस एग्जाम मे बैठे थे, बच्चे पशोपेश में रिजल्ट सही है या परीक्षा की तैयारी में लग जाएं
♦️कीर्ति राणा (वरिष्ठ पत्रकार) इंदौर।
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) का रिजल्ट घोषित होने के बाद से इंदौर, मप्र सहित देश के लाखों छात्र दुविधा में हैं कि वे एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) ने जो नतीजे घोषित किए हैं, क्या उन्हें ही आखिरी मान लें, या फिर दोबारा परीक्षा की तैयारी में जुट जाएं? दुविधा का कारण है नीट का जो रिजल्ट घोषित हुआ है उसमें दो-तीन नहीं एक साथ 67 छात्रों ने टॉप किया है।इन छात्रों को 720 में से 720 अंक मिले हैं। आज तक कभी भी इतनी संख्या में एक साथ छात्र टॉपर नहीं रहे हैं।तीन साल पहले हुई परीक्षा में पूरे देश में तीन छात्र टॉप पर गए थे। इसी कारण कुछ पीड़ित छात्रों ने ने न्याय की आस में कथित गड़बड़ियों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर फिर से परीक्षा कराने की मांग की गई है।नौ साल पहले भी इसी परीक्षा में धांधली पर सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा रद्द कर दी थी।