अहमदाबाद, मुंबई और दिल्ली से आए आर्टिफिशियल फूलों से सजी दुकानें
उज्जैन दीप पर्व की तैयारी में बाजार रंग-बिरंगे फूलों से सजा हुआ है। सफाई और रंगाई-पुताई के बाद घरों को सजाने के लिए लोग आर्टिफिशियल फूलों की खरीदारी में लगे हुए हैं। मंद पड़े बाजार ने दो दिन से रफ्तार पकड़ी है।
आर्टिफिशियल फूलों के रंग-बिरंगे गुच्छे के साथ इस बार दिल्ली, मुंबई और अहमदाबाद से आए इंपोर्टेड फूलों की मांग ज्यादा है। इनकी खासियत है कि यह दिखने में हूबहू असली फूलों की तरह ही लगते हैं। साथ ही फूलों के साथ मोती की बनी झालर और झूमर की मांग भी रहती है। ग्राहक की पहली पसंद गुलाब के आर्टिफिशियल फूलों से बनी साज सज्जा की सामग्री रहती है। आर्टिफिशियल फूलों व लड़ियों की खरीदारी करते लोग। गुलदस्ते सजाने के लिए गुलाब के आर्टिफिशियल फूलों की मांग फुटकर व्यापारी नीतू खत्री का कहना है कि व्यापार में रौनक लौट रही है।
मेरे पास से लोग अधिकांश कमरा आैर हॉल को सजाने के लिए गुलाब के गुच्छे लेकर जाते है। रोजाना 50 से 60 नग बिक रहे हैं। साथ ही 20 से 30 झालर भी बिक जाती है। दुकानदार अतुल चौरसिया का कहना है कि इस बार साधारण फूल की मालाओं से ज्यादा इंपोर्टेड फूलों की मांग है। यह दिखने में बहुत सुंदर और असली लगते है। हम गुजरात के साथ मुंबई और दिल्ली से मांग मंगवाते है। रोजाना 100 से 200 नग बिक जाते है और धनतेरस से बाजार बढ़ने की उम्मीद है। आर्टिफिशियल फूलों के थोक विक्रेता महेश थानी ने बताया कि बाजार में सोमवार से ग्राहकों की संख्या बढ़ी हैं। ग्यारस से ग्राहकी और अधिक बढ़ने की उम्मीद है। इस बार अहमदाबाद से आई फूलों की लड़ियों की मांग ज्यादा है। इनमें सुंदर फूलों के साथ मोतियों का उपयोग हुआ है। दीप पर्व की तैयारी दो महीने पहले से शुरू हो जाती हैं और जरूरत के हिसाब से सामग्री मंगाई जाती है। दो दिन में अभी 50 से 60 हजार तक व्यापार हो रहा है।