अभा कालिदास समारोह आयोजन के लिए अनुमति का इंतजार
उज्जैन। विधानसभा चुनाव के कारण इस बार आचार संहिता लागू होने कालिदास समारोह के आयोजन के लिए चुनाव आयोग से अनुमति मांगी है। सप्त दिवसीय सारस्वत व सांस्कृतिक आयोजन के पहले कलश यात्रा भी निकलना है। हालांकि अकादमी में आयोजन की तैयारी पूरी है। अनुमति मिलते ही आयोजन कराया जाएगा।
देव प्रबोधिनी एकादशी को प्रति वर्ष मप्र शासन, प्रशासन कालिदास अकादमी और विक्रम विश्वविद्यालय के साथ अभा कालिदास समारोह का आयोजन किया जाता है। इस बार 23 नवंबर को देव प्रबोधिनी एकादशी का पर्व है। परेशानी यह है कि इस बार विधानसभा चुनाव होने के कारण आचार संहिता लागू है। वहीं इस बार 66 वें कालिदास समारोह के आयोजन की तैयारी के लिए केवल दो सप्ताह का समय शेष बचा है। ऐसे में सप्त दिवसीय आयोजन के लिए चुनाव आयोग से अनुमति मिलने के बाद ही कार्यक्रम तय हो सकेंगे। कालिदास अकादमी के निदेशक गोविंद गंधे ने बताया कि चुनाव को देखते हुए आयोजन की अनुमति लेने के लिए पहले अगस्त में ही पत्र भेज दिया था। इसके अलावा एक पत्र 4 नवंबर को भी भेजा है। उन्होने कहा कि हमारी पूरी तैयारी है। विभाग से अनुमति मिलते ही आयोजन की पूरी रूपरेखा तैयार हो जाएगी। कालिदास चित्र एंव मूर्तिकला का विषय इस बार कुमार संभवम पर केंद्रीत है। इस विषय में देश भर से करीब 177 पेंटिंग्स और करीब 25 मूर्तिकला की प्रतियोगिता के लिए चयन समिति ने अपना निर्णय दे दिया है। अनुमति मिलने के बाद ही चयनीत कलाकृतियों के पुरस्कार घोषित किए जाएगें।