Lock down effect : 15 साल में सबसे कम हुई होम लोन रेट, EMI भी कम होगी
कोरोना वायरस महामारी के कारण देश इस समय संकट काल से गुजर रहा है। पूरी अर्थव्यवस्था ठप्प हो गई है। ऐसे में इसे उबारने के लिए केंद्र सरकार ने राहत पैकेज की घोषणा की है। इसके अलावा वित्त मंत्रालय ने भी सभी सेक्टर के लिए राहत की घोषणा की है, वहीं RBI ने भी कई बड़े फैसले लिए है।
RBI ने हाल ही में रेपो रेट कम करने की घोषणा की जिसके चलते होम लोन की ब्याज दर घटकर करीब 7 फीसदी पर आने की उम्मीद है। यह पिछले 15 साल में होम लोन की सबसे कम ब्याज दर है। RBI ने शुक्रवार को रेपो रेट 0.40 फीसदी कम किया। रेपो रेट पर ही होम लोन और अन्य दूसरे लोन की ब्याज दर निर्भर करती है।
इसके साथ ही RBI ने लोन की EMI चुकाने के लिए अवधि को 3 महीने तक बढ़ा दिया है, इससे लोगों को काफी राहत मिली है। कोरोना के कारण जिन लोगों को पैसे की परएशानी का सामना करना पड़ रहा है, वे इस स्कीम का फायदा ले सकते हैं। 15 साल की अवधि वाले 30 लाख रुपए के होम लोन पर अतिरिक्त करीब 2.34 लाख रुपए का ब्याज चुकाना होगा। यह 8 ईएमआई के बराबर होगा।
वहीं भारतीय स्टेट बैंक (SBI) से 30 लाख रुपए तक होम लोन लेने वाले मौजूदा ग्राहकों की ब्याज दर घटकर 7 फीसदी पर आ जाएगी। यह अभी 7.4 फीसदी है। 30 लाख से 75 लाख रुपए के होम लोन की ब्याज दर 7.65 से घटकर 7.25 फीसदी हो जाएगी। वहीं 75 लाख रुपए से ज्यादा के होम लोन पर ब्याज दर 7.75 फीसदी से घटकर 7.35 फीसदी हो जाएगी। महिला ग्राहकों के लिए ब्याज की दर और 0.05 फीसदी कम हो जाएगी।
हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां और ऐसे बैंक जिन्होंने अब तक अपने होम लोन को रेट रेपो रेट से नहीं जोड़ा (लिंक किया) है उनके होम लोन में कमी का फायदा अपने ग्राहकों को देने की कम ही उम्मीद है। हालांकि प्रतिस्पर्धा के चलते बैंकों ने अब ऐसा कदम उठाना शुरू कर दिया है। इस क्रम में होम लोन देने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी HDFC ने होम लोन रेट को घटाकर 7.5 फीसदी कर दिया है। उम्मीद है अन्य कंपनियां और बैंक भी जल्द ही ऐसा ही कदम उठाएंगी।