सेंसेक्स 150 अंक लुढ़का
देश की इकोनॉमी को रफ्तार देने के लिए मोदी सरकार ने करीब 21 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया था. इस आर्थिक पैकेज के बारे में विस्तार से जानकारी देने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को लगातार पांच दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी पड़ी.
अब इसी पैकेज को लेकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) गवर्नर शक्तिकांत दास की ओर से कुछ देर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाने वाली है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को लेकर शेयर बाजार में कोई उत्साह नहीं है. इसके उलट शेयर बाजार में बिकवाली का माहौल देखने को मिल रहा है. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 150 अंक तक लुढ़क कर 30 हजार 700 अंक के नीचे कारोबार कर रहा था तो इसी तरह निफ्टी में 40 अंकों की गिरावट आई और यह 9100 अंक के नीचे था.
गुरुवार को क्या रहा हाल?
अर्थव्यवस्था के धीरे-धीरे खुलने के बीच एफएमसीजी और वाहन कंपनियों के शेयरों में खरीदारी से गुरुवार को बीएसई सेंसेक्स 114 अंक चढ़ गया. यह लगातार तीसरा सत्र रहा जब बाजार में तेजी रही. बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स दिन में एक समय 370 अंक तक चढ़ गया था. अंत में यह 114.29 अंक या 0.37 प्रतिशत की बढ़त के साथ 30,932.90 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह एनएसई का निफ्टी 39.70 अंक या 0.44 प्रतिशत लाभ के साथ 9,106.25 अंक पर बंद हुआ.
निवेशक सतर्क क्यों?
कारोबारियों ने कहा कि अर्थव्यवस्था को धीरे-धीरे खोला जा रहा है. अब रेल और हवाई सेवाएं भी शुरू हो रही हैं. इससे निवेशकों में उत्साह है. हालांकि, कोरोना वायरस महामारी की वजह से निवेशक सतर्कता बरत रहे हैं.विश्लेषकों ने कहा कि कोविड-19 के दीर्घावधि प्रभाव को लेकर चिंता तथा अमेरिका-चीन संबंध खराब होने से निवेशकों में बेचैनी है.
बीएसई को 1.94 करोड़ रुपये का घाटा
देश के प्रमुख शेयर बाजार बीएसई को बीते वित्त वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही में 1.94 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है. इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में एक्सचेंज ने 51.86 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था. एनएसई को भेजी सूचना में बीएसई ने कहा कि जनवरी से मार्च 2020 तिमाही के दौरान उसकी कुल आय घटकर 155.79 करोड़ रुपये रह गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 182.08 करोड़ रुपये रही थी.