अगले हफ्ते से खुल जाएंगे ऑनलाइन बाजार, घर पहुंचेगा हर सामान
लॉकडाउन से परेशान हो रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने E-commerce कंपनियों को काम करने अनुमति दे दी है। आदेश के मुताबिक, E-commerce कंपनियां अगले हफ्ते से सामान बेचना शुरू कर सकती हैं। उन्हें लॉकडाउन का पूरा पालन करते हुए होम डिलीवरी करने के निर्देश दिए हैं। यानी अगले हफ्ते से मोबाइल फोन समेत सभी इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम और जरूरी सामान की खरीदारी की जा सकेगी। अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसी बड़ी E-commerce कंपनियों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। कंपनियों का कहना है कि कपड़े व घरेलू सामानों के अलावा इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों, लैपटॉप व मोबाइल फोन की बड़ी ऑनलाइन मांग अभी निकलेगी।
हॉट स्पॉट वाले इलाकों में डिलीवरी की अनुमति नहीं
कोरोना वायरस के लिहाज से जो इलाके हॉट स्पॉट घोषित हुए हैं, वहां अभी यह सुविधा नहीं है। लोग ऑर्डर जरूर कर सकेंगे, लेकिन घर तक डिलीवरी नहीं होगी। बता दें, अभी E-commerce कंपनियां केवल जरूरी चीजों का ऑर्डर ले रही हैं, लेकिन डिलीवरी पास की कमी के कारण यह सेवा भी ठीक से नहीं चल रही है।
कंपनियों का कहना है कि वे फिलहाल उन उत्पादों का ही ऑर्डर लेंगी जिन्हें वह आसानी से ग्राहकों के घर तक पहुंचा कर सकेंगी। भारी-भरकम सामानों का ऑर्डर लेने से परहेज किया जाएगा।
कंपनियां अपने ऐप में भी बदलाव कर रही हैं ताकि 20 अप्रैल के बाद की डिलीवरी के लिए हर आइटम के ऑर्डर लिए जा सके। दिल्ली और मुंबई में डिलीवरी के लिए फ्लिपकार्ट ने उबर और हैदराबाद में स्पेंसर के साथ करार भी किया है।
कंपनियों को उम्मीद, खूब बिकेंगे स्मार्ट फोन
E-commerce कंपनियों का माननाहै कि मोबाइल फोन की सबसे अधिक मांग आने की संभावना है क्योंकि लॉकडाउन के दौरान मोबाइल फोन की बिक्री पूरी तरह से बंद है। जबकि भारत में रोजाना 10 लाख से अधिक फोन की बिक्री होती है।
लॉकडाउन में ऐप के माध्यम से स्कूल की पढ़ाई शुरू होने से नए स्मार्टफोन की भारी मांग निकल सकती है। कंपनियों का मानना है कि आनलाइन पढ़ाई शुरू होने से बड़े पैमाने पर पाठ्य सामग्रियों की भी जरूरत होगी जिसे पूरा करने पर खासतौर पर ध्यान दिया जाएगा।