मॉड्यूल ओटी बनाने में हरसंभव सहायता दी जायेगी -कमिश्नर
कमिश्नर ने कैंसर पेलेटिव केयर शिविर का किया निरीक्षण
उज्जैन | उज्जैन संभाग कमिश्नर श्री आनन्द कुमार शर्मा ने मंगलवार को कैंसर हॉस्पिटल में आयोजित कैंसर पेलेटिव केयर शिविर का निरीक्षण किया। उन्होंने हॉस्पिटल में भर्ती कैंसर मरीजों का हाल-चाल जाना। उनसे आवश्यक दवाईयों एवं कीमोथैरेपी के सम्बन्ध में जानकारी ली। कमिश्नर ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रशिक्षित नर्सों, डॉक्टर्स को सम्बोधित करते हुए कहा कि हॉस्पिटल में एक मॉड्यूल ओटी बनाने में हरसंभव सहायता दी जायेगी। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.अनुसुईया गवली को निर्देश दिये कि वे मॉड्यूल ओटी बनाने का प्रस्ताव शासन को भिजवायें, ताकि शासन स्तर पर मॉड्यूल ओटी बनाने के लिये आवश्यक धनराशि एवं स्वीकृति प्राप्त की जा सके। इस दौरान उन्होंने ओएसटी सेन्टर का भी उद्घाटन किया। इस सेन्टर में नशे से पीड़ित व्यक्तियों का उपचार किया जा रहा है। कमिश्नर श्री शर्मा ने कहा कि कैंसर विशेषज्ञ दधिची ऋषि के समान कार्य कर रहे हैं। कैंसर विशेषज्ञ अपनी सेवा एवं शक्ति के माध्यम से कैंसर के राक्षस से मरीजों को बचा रहे हैं और मरीजों को एक नया जीवन दे रहे हैं। उन्होंने डॉ.दिनेश पेंढारकर एवं डॉ.सीएम त्रिपाठी की प्रशंसा करते हुए कहा कि इनके अथक प्रयासों से उज्जैन में कैंसर मरीजों की कीमोथैरेपी एवं उपचार संभव हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में कैंसर की दवाई उपलब्ध रहती है। फिर भी किसी कारणवश यदि दवाई उपलब्ध नहीं है, तो गरीब मरीजों को आवश्यक दवाई उपलब्ध कराने के लिये रेडक्रॉस या रोगी कल्याण समिति से राशि उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होंने प्रशिक्षित नर्सों की सराहना करते हुए कहा कि सभी नर्स सेवाभाव से कार्य कर रही हैं। उन्होंने अस्पताल में अतिरिक्त कक्षों के निर्माण के लिये हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया। कमिश्नर ने कहा कि बड़े-बड़े जिलों में ही कैंसर की सेन्ट्रलाईज युनिट होने के चलते छोटे शहरों में मरीजों को उपचार की सुविधा नहीं मिल पाती है। हमारा प्रयास है कि उज्जैन शहर में सभी कैंसर मरीजों के उपचार के लिये आवश्यक दवाईयां एवं समय रहते उन्हें कीमोथैरेपी मिल जाये।
उल्लेखनीय है कि जिला मुख्यालय में स्थित कैंसर हॉस्पिटल में 3610 मरीजों का रजिस्ट्रेशन हुआ है, जिनमें से लगभग 1100 मरीजों को कीमोथैरेपी दी जा रही है। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा कैंसर उपचार के लिये 200 डॉक्टर्स एवं 400 नर्सेस को अब तक प्रशिक्षित किया गया है। आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डॉ.सीएम त्रिपाठी ने बताया कि मध्य प्रदेश में उज्जैन में 2014 से कैंसर युनिट चालू की गई है। विशेषज्ञ डॉक्टर की टीम द्वारा अब तक छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश आदि प्रदेश के जिलों में कैंसर के विरूद्ध मुहिम शुरू की गई है और मरीजों का उपचार भी किया गया है। इन स्थानों पर डॉक्टर्स और नर्सेस को प्रशिक्षित भी किया गया है। उन्होंने बताया कि हम कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक लोगों को कैंसर के प्रति प्रशिक्षित करेंगे। डॉ.दिनेश पेंढारकर ने बताया कि जिला चिकित्सालय को कैंसर के उपचार के मामले में सक्षम बनाया जा रहा है। डायगनोस्टिक एवं कीमोथैरेपी तक का इलाज दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता है कि हर जिले के चिकित्सालय में कैंसर वार्ड अनिवार्य रूप से बनाये जायें। उन्होंने कहा कि यदि उज्जैन में सर्जिकल फेसिलिटी के लिये थिएटर की सुविधा उपलब्ध हो जाये तो मुम्बई एवं देश के बाहर के चिकित्सक भी यहां आकर कैंसर मरीजों की सर्जरी कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि सर्जिकल फेसिलिटी सेन्टर उपलब्ध हो जाये तो हम अपने काम में शत-प्रतिशत सफल हो जायेंगे। अमेरिका से आये डॉ.डेरियल वॉकर ने कहा कि उज्जैन आकर वे बहुत प्रभावित हैं। यहां मरीजों की पर्याप्त देखभाल की जा रही है।
इसके पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.अनुसुईया गवली ने अपने स्वागत उद्बोधन में बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर डॉ.त्रिपाठी एवं डॉ.पेंढारकर द्वारा कैंसर मरीजों के उपचार के लिये बेहतरीन कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में सेन्टर में 19 प्रकार की कैंसर की दवाई उपलब्ध है। जो दवाई उपलब्ध नहीं है, उन्हें बाहर से मंगाया जाता है। उन्होंने बताया कि आरबीएस के तहत कटे-फटे होंठ, तालु वाले एवं श्रवणबाधित मरीजों का उपचार नि:शुल्क किया जा रहा है।
कमिश्नर ने ट्रेनिंग सेन्टर का निरीक्षण कर मरीजों का हाल-चाल जाना
कमिश्नर श्री आनन्द कुमार शर्मा ने कैंसर ट्रेनिंग सेन्टर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बताया गया कि कैंसर विशेषज्ञों द्वारा डॉक्टर्स एवं नर्सों को कैंसर के बारे में पर्याप्त प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण प्राप्त डॉक्टर्स एवं नर्स मरीजों के उपचार में पर्याप्त रूचि लेते हैं। कमिश्नर ने अस्पताल में भर्ती कैंसर मरीजों से रूबरू चर्चा की। उन्होंने कीमोथैरेपी वार्ड में भर्ती कैंसर मरीज राजीबी जिन्हें ओवरी का कैंसर है, उनका हाल-चाल जाना। राजीबी ने बताया कि उनकी कीमोथैरेपी चल रही है और वे बेहतर महसूस कर रही हैं। कमिश्नर ने उनसे दवाईयों के सम्बन्ध में जानकारी ली। उन्होंने बताया कि नि:शुल्क उपचार किया जा रहा है। कमिश्नर ने दताना मताना के रशीद खान का भी हाल जाना। उन्होंने सभी डॉक्टर्स को निर्देश दिये कि वे कैंसर मरीजों का उपचार पर्याप्त केयर करते हुए एवं सरलता से करें।
निरीक्षण के दौरान हॉस्पिटल का स्टाफ मौजूद था।