CBSE पेपर लीक: 60 लोगों से हुई पूछताछ
पुलिस ने सीबीएसई पेपर लीक मामले में 60 लोग से पूछताछ की है. इनमें 10 व्हाट्सऐप ग्रुप के एडमिन भी शामिल हैं. इन पर लीक हुआ प्रश्नपत्र साझा किया गया था. जांचकर्ता यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि पेपर लीक कहां से हुआ.
जांच से ताल्लुक रखने वाले एक अधिकारी ने बताया कि ट्यूटरों और छात्रों से पूछताछ की गई और सभी ने कहा कि उन्हें किसी और से पेपर मिले थे. इस तरह का कोई संकेत नहीं है कि इन पेपरों को साझा करने के लिए पैसे लिए गए हैं.
पुलिस ने गूगल से भी उस ई-मेल पते के बारे में जानकारी मांगी है, जहां से सीबीएसई की प्रमुख को ई-मेल भेजकर सूचित किया गया था कि 10वीं कक्षा का गणित का पेपर लीक हो गया है. इस बीच 10वीं के गणित और 12वीं के अर्थशास्त्र का पेपर लीक होने के मामले में झारखंड के चतरा जिले के छह छात्रों को हिरासत में लिया गया है.
'कथित तौर पर लीक हुए पेपर्स की नहीं होगी परीक्षा'
अफवाहों पर पर्दा डालते हुए मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारी ने स्पष्ट किया कि कथित रूप से लीक हुए प्रश्न पत्रों के लिए दोबारा परीक्षा नहीं होगी. 10वीं के गणित के प्रश्नपत्र लीक होने को लेकर अभी पुख्ता प्रमाण नहीं मिले हैं. इसकी जांच जारी है. इसलिए परीक्षा दोबारा कराई जाए या नहीं, इसे लेकर कोई फैसला नहीं हो सका है.
शिक्षा सचिव स्वरूप ने कहा कि 10वीं की गणित की परीक्षा जुलाई में आयोजित कराई जा सकती है, जो सिर्फ दिल्ली, एनसीआर और हरियाणा में होंगे. इस मामले में अगले 15 दिनों में फैसला लिया जाएगा. जरूरत पड़ने पर ही यह परीक्षा कराई जाएगी.
स्कूल शिक्षा सचिव अनिल स्वरूप ने कहा कि कथित तौर पर कई विषयों के पेपर लीक होने की खबर फैली, जिसके बाद हमने सभी की जांच की और पाया कि सभी पेपर्स लीक नहीं हुए हैं. 12वीं क्लास के जो पेपर्स शेयर हो रहे थे, दरअसल वो सीबीएसई के प्रश्न पत्र से अलग थे.
गणित के पेपर से जुड़ी शिकायत पर बोर्ड ने कहा कि परीक्षा से एक दिन पहले लीक के बारे में सीबीएसई अध्यक्ष की आधिकारिक ईमेल आईडी पर एक ई-मेल आया था. उन्होंने बताया कि ईमेल भेजने वाले ने कहा था कि गणित का पेपर व्हाट्सऐप पर लीक हो गया है और इसे रद्द किया जाना चाहिए.
दिल्ली पुलिस ने दो मामले दर्ज किए हैं. अर्थशास्त्र का पेपर लीक होने के संबंध में पहला मामला 27 मार्च को और गणित का पेपर लीक होने का मामला 28 मार्च को दर्ज किया गया. गणित और अर्थशास्त्र की परीक्षा क्रमश: 28 मार्च और 26 मार्च को हुई थी.
मामले की जांच के लिए पुलिस के दो उपायुक्तों, चार सहायक पुलिस आयुक्तों और पांच निरीक्षकों का एक विशेष जांच दल गठित किया गया है. यह दल संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) की निगरानी में काम कर रहा है.