राज्यपाल ने 30 जून तक सभी परिणाम देने के निर्देश दिए हैं
उज्जैन! विक्रम विश्वविद्यालय द्वारा ली गई वार्षिक परीक्षाओं के बाद परिणाम को लेकर असमंजस की स्थिति बनी है। कारण है कि प्रथम व द्वितीय वर्ष के प्राइवेट, रेगुलर परीक्षार्थियों के मई के प्रथम सप्ताह तक परीक्षा आवेदन जमा होंगे। इसके बाद जून के अंतिम सप्ताह तक परीक्षाएं संचालित होगी। ऐसे में राज्यपाल के आदेश 30 जून तक परिणाम घोषित करने का पालन कैसे होगा। हालांकि कुलपति का कहना है हम तैयारी कर रहे है। 30 जून तक परिणाम घोषित करने का प्रयास करेंगे।विश्वविद्यालय की आयोजित होने वाली परीक्षाओं को लेकर राज्यपाल ने कुलपतियों की बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पूरक और अन्य परीक्षाओं के परिणाम 30 जून तक घोषित किए जाएं। इससे विद्यार्थियों को सत्र में प्रवेश लेने में सुविधा रहे। इधर विक्रम विश्वविद्यालय की तृतीय वर्ष प्राइवेट और रेगुलर की परीक्षाएं 5 अप्रैल से शुरू होकर 17 मई तक संपन्न होना है। इसके अलावा बीए, बीकॉम, बीएससी रेगुलर व प्राइवेट और बीबीए, बीसीए, बीकॉम ऑनर्स, बीएचएससी रेग्युलर की नवीन शिक्षा पद्धति के तहत प्रथम व द्वितीय वर्ष के परीक्षा आवेदन पत्र जमा करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने 7 मई तक का समय दिया है। इसके बाद करीब 10 दिन में परीक्षा कार्यक्रम तय कर परीक्षाएं भी आयोजित कराई जाती है तो परीक्षाएं जून तक संपन्न होंगी। इसके बाद वैल्युवेशन होगा। ऐसे में 30 जून को परीक्षा परिणाम घोषित होना संभव नहीं दिखाई दे रहा।
कुलपति ने कहा 30 जून तक परिणाम देने के प्रयास कर रहे हैं
विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.अखिलेश कुमार पांडे का कहना है कि राजभवन से 30 जून तक परीक्षा परिणाम घोषित करने के निर्देश हैं। इसके लिए परीक्षाओं के साथ ही वैल्यूएशन का कार्य कराएंगे। हमारा प्रयास है कि 30 जून तक परिणाम दे दें। परीक्षा आवेदन पत्र जमा करने के लिए लिंक में आ रही परेशानी भी दूर करने के लिए कहा है। कुलपति ने कहा कि सभी कॉलेजों को सीसीई और प्रैक्टिकल के नंबर समय में देने के लिए निर्देश जारी किए हैं। समय पर प्रैक्टिकल और सीसीई के नंबर नहीं पहुंचाने वाले कालेजों पर बड़े जुर्माने की कार्रवाई होगी।