ट्रैफिक व्यवस्था सुधरेगी
महाकाल लोक के शुभारंभ के बाद शहर में लगातार बढ़ रही श्रद्धालुओं व पर्यटकों की भीड़ के बाद अधिकारी भीड़ प्रबंधन के लिए शहर का नया ट्रैफिक प्लान तैयार कर रहे हैं। जिसे जल्द ही फाइनल कर लागू भी किया जाएगा। इन कवायद के बीच सवाल यह भी खड़ा हो रहा है कि क्या ट्रांसपोर्ट नगर के बगैर ट्रैफिक व्यवस्था सुधर पाएगी? क्योंकि पुराने शहर के हरिफाटक ओवरब्रिज के नीचे, दूध तलाई-दौलतगंज व चिंतामण मार्ग सहित कई ऐसे स्थान है, जहां लोडिंग वाहन पार्क होते हैं। जाहिर है कि जब तक इन भारी वाहनों का स्थान नियत नहीं होगा, तब तक ये शहर विभिन्न क्षेत्रों में प्रवेश तो करेंगे ही।इस प्लान के पीछे उद्देश्य यह है कि पुराने शहर में खासकर महाकाल-जयसिंहपुरा, पटनी बाजार व कंठाल क्षेत्र में बार-बार होने वाले चक्काजाम से निजात मिले। आवागमन आसानी से हो सके। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही एक-दो दिन में प्रशासन व पुलिस के अधिकारी बैठकर नए प्लान पर चर्चा कर उसे फाइनल भी करेंगे। अधिकारियों के इन प्रयासों के बीच ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से जुड़े भारी वाहनों की समस्या पहले जैसी ही बनी दिखाई दे रही है। या यूं कहे कि इसका निदान नहीं करते हुए नया ट्रैफिक प्लान लागू किया तो भी भारी वाहनों से मुश्किलें बढ़ सकती है। लिहाजा जरूरी है कि जिम्मेदार अधिकारी व जनप्रतिनिधियों को नए ट्रैफिक प्लान के बीच व साथ में ही ट्रांसपोर्टनगर के निर्माण भी शुरू करवा देना चाहिए।