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मां छत्रेश्वरी चामुंडा माता मंदिर का नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज।


उज्जैन। बाबा महाकाल की शाही सवारी के अवसर पर चामुंडा माता मंदिर का नाम गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है। यह रिकॉर्ड सोमवार को सबसे ज्यादा साबुदाना खिचड़ी बनाने के लिए बना है। सोमवार को रिकॉर्ड का प्रमाणपत्र भी प्राप्त हो गया है।

मां छत्रेश्वरी चामुंडा माता मंदिर भक्त समिति के माध्यम से सोमवार को शाही सवारी के अवसर पर सबसे अधिक मात्रा में फरियाली खिचड़ी बनाई गई। मंदिर के पं. सुनील चौबे ने बताया कि सबसे अधिक खिचड़ी बनाने का रिकॉर्ड बनने के साथ ही भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसआई) नई दिल्ली ने चामुंडा माता मंदिर के सेफ भोग प्लेस प्रमाणीकरण के लिए प्री ऑडिट के बाद फाइनल ऑडिट कर चुन लिया है।

भारत के धार्मिक स्थानों में दर्शनार्थियों को स्वच्छ एवं सुरक्षित भोग प्रसाद व भोजन प्रसादी उपलब्ध हो सके, इसके लिए भोग यानी पीसफुल हाईजेनिक ऑफ रिंग टू गॉड (ईश्वर को आनंदपूर्ण स्वच्छ चढ़ावा) नामक पहल शुरू की है। इसके अंतर्गत चामुंडा माता मंदिर का भारत में 22वां स्थान है।

मां छत्रेश्वरी चामुंडा माता मंदिर भक्त समिति के माध्यम से सोमवार को शाही सवारी के अवसर पर श्रद्धालुओं को वितरण के लिए 30 क्विंटल साबूदाना खिचड़ी बनाने में 5 घंटे का समय लगा। पं. चौबे ने बताया कि खिचड़ी के लिए 7 क्विंटल साबूदाना, 14 क्विंटल आलू, 7 क्विंटल मूंगफली दाना, 15 डिब्बा तेल, 5 डिब्बा देसी घी, 50 किलो ड्रायफ्रुट और 5 किलो विभिन्न सम्मिलित फरियाली मसालों का उपयोग किया गया। सुबह 5 बजे से 10 भट्टियों पर 50 कर्मचारियों ने 5 घंटे में 30 क्विंटल फरियाली खिचड़ी तैयार की है।

सोमवार सुबह फरियाली खिचड़ी तैयार होने के बाद से ही शहर के चामुंडा माता मंदिर, इंदौर गेट, फ्रीगंज टॉवर चौक, मंगलनाथ और हरिफाटक ब्रिज के समीप श्रद्धालुओं को वितरण किया गया। खिचड़ी वितरण के लिए करीब 50 हजार दोने मंगवाए गए थे।

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