लोक अदालत में 43 खण्डपीठों द्वारा न्यायालय में लंबित 1357 एवं प्रीलिटिगेशन के 5330 निपटे प्रकरण
*सालों से अलग रह रहे पति पत्नी का हुआ मिलन,* *तीन करोड़ से अधिक की संपत्ति का* *पारिवारीक मामला निराकृत* *पक्षकारों को मिली कोर्ट फीस वापिस, न्यायवृक्षों का हुआ वितरण।* दिनांक 11.12.21 को मान, श्री एनपीसिंह प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उज्जैन के कर कमलों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ किया गया। तत्पश्चात् मान, जिला न्यायाधीश के द्वारा समस्त पीठासीन अधिकारियों को नेशनल लोक अदालत में रखे गए प्रकरणों का अधिक से अधिक संख्या में निराकरण करने संबंधी निर्देशदेते हुए नेशनल लोक अदालत प्रारंभ करने की अनुमति प्रदान की। इस अवसर पर लोक अदालत के संयोजक/विशेष न्यायाधीश श्री अश्वाक एहमद खान एवं परिवार न्यायालय के न्यायाधीश श्री वी.के गुप्ता एवं श्रीमती उषा गेडाम तथा जिला न्यायाधीशगण श्री संतोष शुक्ला, श्री जितेन्द्र कुशवाह, श्री शशिकांत वर्मा, श्री अंबुज पाण्डेय, श्री आदेश कुमार जैन, श्री पकंज चतुर्वेदी, श्रीमती आरती शुक्ला पाण्डेय एवं मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री अभिषेक नागराज व न्यायिक मजिस्टेट प्रथम श्रेणी श्री विरेन्द्र जोशी, अतुल यादव श्री विनायक गुप्ता सहित न्यायिक अधिकारीगण, राज्य अधिवक्ता परिषद के सदस्य श्री प्रताप मेहता एवं मंडल अभिभाषक संघ के अध्यक्ष श्री रविंद्र त्रिवेदी उपाध्यक्ष नितिन जोशी, पूर्व अध्यक्ष योगेश व्यास, अशोक यादव तथा संदीप मेहता, राजेश जोशी तथा प्राधिकरण के सचिव श्री अरविंद कुमार जैन एवं जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री दिलीप मुझाल्दा, अभियोजन अधिकारीगण एवं न्यायालयीन कर्मचारीगण उपस्थित रहे। मुख्य न्यायायिक मजिस्ट्रेट श्री अभिषेक नागराज के न्यायालय वर्ष 1999 से लंबित मानहानी के मामले में अधिवक्ता श्री योगेश व्यास के द्वारा मिडिया के जानेमाने पत्रकार प्रभु चावला एवं तबलीन सिंह के विरूद्ध चल रहे मामले में उनकी ओर से खेद व्यक्त करने पर मामले को समाप्त कराया गया। न्यायाधीश श्री अतुल यादव के न्यायालय में चल रहे तीन करोड़ से अधिक सम्पति के पारिवारीक मामले में बहन एवं भाईयों के मध्य राजीनामा कसकर मामले का निराकरण कराया गया। परिवार न्यायाल की न्यायाधीश श्रीमती उषा गेडाम के न्यायालय में अनेक परिवारों का मिलन कराया जाकर पति पत्नि को एक साथ भेजा गया। पारिवारीक विवाद के एक मामले में नाबालिक बच्चे के भविष्य को देखते हुये पांच साल से पृथक रह रहे पति पत्नि के मध्य सुलह हुई।नेशनल लोक अदालत में हजारों की संख्या मे पक्षकारगण, आम नागरिक, लाभान्वित हुए। विशेषकर नेशनल लोक अदालत में पारिवारिक प्रकृति के साथ ही क्लेम. विदयुत चोरी, आपराधिक एवं दीवानी प्रकरणों का निराकरण किया गया। पारिवारिक प्रकरणों में अनेक बिछडे हुए परिवारों को मिलाया गया एवं क्लेम प्रकरणों में पीडित व्यक्तियों को क्षतिपूर्ति राशि प्रदान की गई। इस लोक अदालत में विद्युत अधिनियम सबंधी विशेष न्यायाधीश जितेंद्र कुशवाह के द्वारा 168 एवं श्री आदेश कुमार जैन के द्वारा 138 प्रकरणों का निराकरण किया गया। जिसमें काफी प्रकरण पांच एवं दस साल की लंबी अवधि से लंबित थे जन उपयोगी सेवाओं की लोक अदालत में जिला न्यायाधीश प्राधिकरण श्री अरविंद जैन के द्वारा 21 प्रकरणों का निराकरण कर 25 लाख रूपये की क्षतिपूर्ति राशि किसानों को उनकी फसल बीमा की दिलाई गई! उक्त अवसर पर वनविभाग के सहयोग से समझौता करने वाले एवं पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिये कपड़े की थैलीयो का वितरण किया गया!कलापथीक दल के साथयों के द्वारा विधिक सेवा एवं नशामुक्ति के गीत गाये गये। *विशेष झल्कियां* 1,अधिवक्ता संघ के पूर्व अध्यक्ष श्री योगेश व्यास के द्वार पत्रकार प्रभु चावला एवं तबलीन सिंह के विरुद्ध प्रस्तुत मानहानी के मामले में 21 साल बाद खेद व्यक्त करने पर मामला निराकृत। 2,कला पथिक दल उज्जैन के द्वारा लोक अदालत एवं नशामुक्ति के गीत गाकर जागरुकता का संदेश दिया। 3,विधिक सेवा एवं शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार स्टॉल लगाये जाकर प्रचार सामग्री वितरित की गई। 4,प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा पौधा रोपण करते हुए राजीनामा करने वाले पक्षकारों को वृक्ष वितरित किए गए। 5,नशा के दुष्प्रभावों से बचने हेतु प्रदर्शनी लगाई गई। 6,प्लास्टिक की थैलियों के दुश्प्रभाव को रोकने के लिए नि शुल्क थैली वितरित की गई।साथ ही नगर निगम में दो करोड़ का टैक्स जमा !!