top header advertisement
Home - उज्जैन << शिप्रा शुद्धिकरण के लिए धरना

शिप्रा शुद्धिकरण के लिए धरना


उज्जैन। शिप्रा शुद्धिकरण को लेकर अन्न त्यागने वाले महामंडलेश्वर ज्ञानदास के साथ पूरा संत समाज खड़ा हो गया है। गुरुवार को शिप्रा नदी के किनारे संत समाज के प्रतिनिधि धरने पर बैठ गए। यह धरना षडदर्शन साधु समाज के बैनर तले दिया जा रहा है। धरने में तराना से कांग्रेस विधायक महेश परमार भी शामिल हुए।

संतों का कहना है कि शिप्रा नदी का पानी आचमन करने लायक नहीं है। इसमें कैसे स्नान किया जा सकता है। शिप्रा में जगह-जगह नालों का दूषित पानी मिल रहा है। इसके शुद्धिकरण की मांग करते-करते साधु संतों को तीस से चालीस साल हो गए, लेकिन सरकार ने सुध नहीं ली। अब हमें जब तक मुख्यमंत्री की ओर से लिखित में आश्वासन नहीं मिल जाता तब तक यहां से नहीं उठेंगे। धरना चलता रहेगा।

अन्य संतों ने कहा वैदिक सनातन के पदचिन्हों पर चलने का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी धर्म की राक्षा में पीछे क्यों है। यदि शिप्रा शुद्धिकरण को लेकर जल्द ही सार्थक कदम नहीं उठाए तो मप्र सरकार को इसके परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए। 30 से 40 सालों से संघर्ष कर रहे हैं। कई नेता-मुख्यमंत्रियों ने मंथन किया पर रास्ता नहीं निकल सका।

धरने में श्री क्षेत्र पंडा समिति, सहित डॉ. रामेश्वर दास, भगवान दास, देव गिरी, गुप्त गिरी, सेवा नर्मदा गिरी, ज्ञानदास निर्मोही, राजेश त्रिवेदी भी धरने में शामिल हुए।

Leave a reply