ब्लैक फंगस उपचार संबंधी इंजेक्शन लगने के बाद मरीजों की तबीयत बिगड़ने की बात का मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महावीर खंडेलवाल ने वीडियो जारी कर किया खंडन।
उज्जैन- उज्जैन के जिला चिकित्सालय में कोरोना संक्रमण से ठीक होकर ब्लैक फंगस से पीड़ित कई मरीज भर्ती होकर अपना उपचार करवा रहे हैं। कल इन मरीजों को उपचार के लिए इंजेक्शन दिए गए जिसके बाद से यहां भर्ती सभी मरीजों की तबीयत बिगड़ने लगी। तबीयत बिगड़ने के बाद सभी ने स्टाफ को शिकायत की ।
मामले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महावीर खंडेलवाल ने वीडियो जारी कर इस बात का खंडन किया है। उन्होंने कहा की यह जानकारी भ्रामक है। मैं स्वयं अभी ब्लैक फंगस वार्ड का राउंड लेकर आया हूं सभी मरीज सुरक्षित है किसी को कोई परेशानी नहीं हुई सभी का उपचार चल रहा है। इस भा्रमक प्रचार का मैं खंडन करता हूं।
मरीज मधुसिंह बागवान ने जानकारी में बताया कि इंजेक्शन लगाने के बाद ही बेचैनी, ठंड लगकर बुखार, घबराहट, चक्कर आदि की समस्या आई है। मरीज के परिजन शकील खान ने बताया कि कल तक जो इंजेक्शन लगे उनसे किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हुई पर आज जो इंजेक्शन लगाये गए है उनसे झुंझुनी आना, ठंड लगना , बुखार आना और कई लोगों को उल्टी होना आदि लक्षण दिखाई दिये।
मरीज के साथ आये मयंक यादव ने बताया कि इंजेक्शन की कंपनी बदलने के कारण सभी की तबीयत पर असर पड़ा है।
गौरतलब है कि कोविड से ठीक हुए मरीजों में ब्लैक फंगस बीमारी के लक्षण पाए जाने पर उन्हें जिला चिकित्सालय के अलग-अलग वार्डो में भर्ती कर उपचार दिया जा रहा है। इसी के तहत गुरुवार को उपचार के दौरान उन्हें एम्फोटेरिसिन बी लिपिड कॉम्प्लेक्स इंजेक्शन लगाए गए, जिसके बाद से वार्ड में भर्ती मरीजों की तबीयत अचानक बिगड़ गई।
ब्लैक फंगस की नोडल अधिकारी ने बताया की ब्लैक फंगस के उपचार के दौरान इस प्रकार के लक्षण हो सकते हैं ।