कोरोना कर्फ्यू का मंडी राजस्व पर गहरा असर
उज्जैन। कोरोना कर्फ्यू ने कृषि उपज कारोबार को काफी पीछे धकेल दिया है। गेहूं का सीजन खराब कर दिया। 50 दिनों के बंद में करीब 100 करोड़ का विनिमय जाम हो गया। जिसका असर मंडी राजस्व पर भी पड़ा है। करीब पौने दो करोड़ का शुल्क कम हो गया। इन दिनों कारोबारी व हम्माल तुलावटी काम नहीं मिलने के कारण घर बैठे हैं।
बीते 50 दिनों के बंद ने कारोबारियों, मंडी, हम्मालों का काफी नुकसान किया है। बंद के चलते नीलामी में गेहूं, सोयाबीन, चना की नीलामी नहीं हो पाई। जबकि इन दिनों गेहूं का सीजन रहता है। यहां से हजारों क्विंटल गेहूं शॉर्टेक्स होकर प्रतिदिन बाहर बिक्री हेतु जाता है, सोयाबीन के बीज का कारोबार खूब होता है जो नहीं हो पाया नतीजतन 100 करोड़ का विनिमय जाम रहा। मंडी समिति को पौने दो करोड़ के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ा। हम्मालों को भी करीब एक करोड़ की मजदूरी से वंचित रहना पड़ा। बता दें उज्जैन कृषि मंडी में करीब 1600 हम्माल काम करते हैं व 800 कारोबारियों का कारोबार चलता है।
अन्य प्रांतों में पसंद किया जाता है मालवा का गेहूं
गेहूं के कारोबारी विनोद जैन ने बताया कि बंद के कारण देशावर में गेहूं का सप्लाय नहीं हो पाया। महाराष्ट्र, दक्षिण भारत मे मालवा का गेहूं काफी पसंद किया जाता है ,मांग भी काफी थी लेकिन इस बार पूर्ति नहीं कर पाए। सतीश राजवानी कहते हैं प्रदेश के बाहर लोकवन, पूर्णा, मालवराज ,पोषक गेहूं काफी मात्रा में भेजा जाता है। इस बार कुछ व्यापार नहीं हुआ। हालांकि गेंहू खरीदी के लिये मंडी ने सौदा पत्रक व्यवस्था की थी लेकिन किसानों का रुझान नहीं मिलने से ज्यादा आवक नहीं हो पाई।
31 मई से खुलेगी मंडी, किसानों का होगा पंजीयन
50 दिन बाद 31 मई से कृषि उपज मंडी खुलने वाली है। जिला प्रशासन ने इसके लिए गाइडलाइन जारी की है। मंडी समिति ने सीमित मात्रा में उपज बुलाने के लिए किसानों से उपज बिक्री हेतु पंजीयन करवाने की व्यवस्था की है। पंजीकृत किसानों को एसएमएस कर उपज बिक्री हेतु बुलाया जाएगा। बगैर एसएमएस के किसानों को मंडी में प्रवेश नहीं मिलेगा।
सचिव अश्विन सिन्हा ने बताया कि जनता कर्फ्यू के कारण गत 50 दिनों से उपज नीलामी बंद थी जो कि आगामी दिनों में शुरू होने जा रही है। कलेक्टर के आदेशानुसार मंडी संचालन कोरोना नियमों के तहत किया जाएगा। मंडी में भीड़ कम करने के लिए सीमित मात्रा में उपज बुलवाई जाएगी। गुरुवार से किसानों का पंजीयन शुरू किया जाएगा। पंजीकृत किसानों को मंडी एसएमएस करेगी। तय तिथि को किसानों को उपज बिक्री हेतु लाना होगी। एक ट्राली के साथ दो किसान से ज्यादा नहीं होंगे। मंडी गेट पर स्क्रीनिंग व सैनिटाइज की व्यवस्था रहेगी। नीलामी के दौरान कोविड 19 के नियमों का पालन किया जाएगा।
व्यापारी संघ की बैठक
इधर लंबे समय के बाद मंडी खुलने को लेकर गुरुवार को व्यापारी संघ ने भी बैठक आयोजित की है। इसमें कोरोना नियमों के तहत कैसे काम करेंगे इस पर विचार विमर्श किया जाएगा। अध्यक्ष मुकेश हरभजनका व सचिव विजय कोठारी ने बताया कि बैठक में संचालक गणों के साथ मंडी व्यवस्था पर चर्चा की जाएगी। उसके बाद मांग पत्र मंडी सचिव को सौंपा जाएगा।