जनता कर्फ्यू..छूट मिलते ही सड़क पर आए लोग
उज्जैन। । जनता कर्फ्यू में शुक्रवार को प्रशासन ने कुछ ढील दी तो लोग सड़क पर उतर आए। इससे पुलिस की परेशानी बड़ गई। कई जगहों पर उन्हें लाठियां तक भांजना पड़ी। इधर, प्रतिबंध के बावजूद कुछ लोग सुबह झोला लटकाए मंडी में खैचरी में सब्जी खरीदने पहुंच गए। नगर निगम कर्मियों ने जब इनसे सब्जी की थैलियां छिनी तो वे नाराज हुए। एक विशेष वर्ग की महिला ने तो नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल को आम आदमी समझकर उनसे विवाद भी किया। हालांकि कुछ देर में गलती समझ आने पर मामला शांत हो गया।
बता दे कि राशन और फल-सब्जी को लेकर लोगों की परेशानी का निदान करने के लिए प्रशासन ने शुक्रवार को सुबह 6 से 9 बजे तक थोक फल-सब्जी मंडी खोलने और चलित ठेलों के माध्यम से 11 बजे तक फल-सब्जी कालोनी-कालोनी बेचनी की अनुमति प्रदान की थी। राशन आनलाइन या टेलिकान्फ्रेसिंग के जरिये घर पहुंचाने की सुविधा भी प्रारंभ की थी। इसके चलते कल तक सुनसान रही सड़कों पर शुक्रवार सुबह से ही लोगों का दबाव बढ; गया। हद तो यह हो गई कि सस्ते फल-सब्जी मिलने के चक्कर में कई लोग थोक फल-सब्जी मंडी में झोला लटकाए पहुंच गए। हालातों का निरीक्षण करने पहुंच नगर निगम आयुक्त ने जब यह नजारा देखा तो इनसे थैलियां छीन लेने को कहा। इस पर कुछ नाराज हुए। एक महिला ने तो विवाद कर लिया। हालांकि बाद में कोरोना संक्रमण की लहर कितनी खतरनाक है और प्रशासन इतने सख्त कदम क्यों उठा रहा है, समझाने के बाद महिला शांत हो गई और घर लौट गई। इधर, जिन ठेलेवालों ने मंडी में ही या शहर की गलियों में खड़े रहकर फल-सब्जी बेचने की कोशिश की, उन्हें पुलिस ने समझाया कि वे एक जगह खड़े न रहे। कुछ जगह हल्का बल भी प्रयोग करना पड़ा। इधर, जो नजारा सब्जी मंडी में था वही नजारा दौलतगंज होलसेल किराना बाजार में भी रहा। यहां भी कई लोग सामान सस्ता मिलने के चक्कर में आए गए। जबकि अनुमति खैरची व्यापारियों को ही सामान बेचने को दी थी।