ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर परिसर का क्षेत्रफल वर्तमान स्थिति से 8 गुना बढ़ जाएगा।
उज्जैन। मृदा प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर परिसर का क्षेत्रफल वर्तमान स्थिति से 8 गुना बढ़ जाएगा। मंदिर क्षेत्र विस्तार एवं विकास कार्यों के लिए कुल 223 परिवारों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी। बदले में उन्हें मुआवजा बतौर 128 करोड़ र्स्पये दिए जाएंगे।
मंगलवार को उज्जैन आए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इन 223 परिवारों की भूमि अधिग्रहित करने का प्रस्ताव मंजूर कर दिया। वे त्रिवेणी संग्रहालय में उज्जैन स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा तैयार महाकाल मंदिर क्षेत्र विकास एवं सुंदरीकरण परियोजना का डिजिटल प्रस्तुतिकरण देख रहे थे। इस दौरान कंपनी ने सीएम के समक्ष 9 प्रस्ताव स्वीकृति के लिए रखे, जिनमें से 8 स्वीकृत कर दिए गए, जबकि एक प्रस्ताव (मंदिर परिसर स्थित अन्ना्क्षेत्र, प्रवचन हॉल और धर्मशाला को तोड़कर त्रिवेणी संग्रहालय के पास बनाना) पर पुनर्विचार करने को कहा।
सीएम को कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि महाकाल मंदिर के सामने 70 मीटर क्षेत्र का भूअर्जन कर जमीन को मंदिर परिसर में सम्मिलित किया जाएगा। इससे 145 परिवारों की जमीन अधिग्रहित होगी। इसके अलावा महाकाल मंदिर एवं महाराजवाड़ा परिसर के बीच की सड़क चौड़ीकरने के लिए 6 परिवारों की, महाकाल मंदिर से महाकाल चौराहा तक मार्ग चौड़ीकरण के लिए 40 परिवारों की, सरस्वती शिशु मंदिर समानांतर मार्ग को चौड़ा करने के लिए 20 परिवारों की और बड़ा गणेश मंदिर से चौबीस खंभा माता मंदिर मार्ग तक मार्ग चौड़ा करने के लिए 12 लोगों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी।
प्रेजेंटेशन देखने के बाद मुख्यमंत्री ने त्रिवेणी संग्रहालय की छत पर जाकर रूद्रसागर क्षेत्र में हो रहे महाकाल-रूद्रसागर एकीकृत विकास एवं सुंदरीकरण परियोजना (मृदा) के विभिन्ना् घटकों के काम देखे। उन्होंने कार्यों को सराहा। कहा कि करीब से अवलोकन करने के लिए फिर आऊंगा। उनके साथ उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव, कृषि विकास मंत्री कमल पटेल, स्कूल शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार, ऊर्जा मंत्री हरदीपसिंह डंग, सांसद अनिल फिरोजिया, महेंद्रसिंह सिसौदिया, विधायक पारस जैन, बहादुरसिंह चौहान, सिंहस्थ प्राधिकरण के अध्यक्ष माखनसिंह साथ थे।
पहला चरण हो चुका है शुरू : महाकाल मंदिर क्षेत्र विकास एवं सुंदरीकरण का कार्य दो चरणों में मृदा प्रोजेक्ट अंतर्गत होगा। पहले चरण में चारधाम मंदिर के पास नूतन स्कूल परिसर, गणेश स्कूल कॉम्प्लेक्स, महाकाल मंदिर का नया प्रवेश द्वार, 900 मीटर लंबा महाकाल काॅरिडोर, महाकाल प्लाजा, कमल तालाब, मिडवे जोन, सप्तऋषि-शिव स्तंभ दर्शन क्षेत्र आकार लेता दिखाई देने लगा है। जल्द ही थीम पार्क, रूद्रसागर घाट एवं डेक एरिये का विकास कार्य शुरू होगा। मीडवे जोन में फूड कोर्ट, वॉच टॉवर और पूजन सामग्री की दुकाने होंगीं। थीम पार्क में श्री महाकालेश्वर की कथाओं पर आधारित म्युरल वाल्स का निर्माण होगा। 25 फीट ऊंची 108 मूर्तियां परिसर में स्थापित होंगीं। यहीं बैठने को आराम कुर्सियां लगाई जाएंगीं। रूद्रसागर में घाट एवं बोटिंग की सुविधा भी होगी। बेगमबाग के समीप स्थित मकानों का विस्थापन, महाकाल धर्मशाला, प्रवचन हॉल, अन्ना्क्षेत्र का निर्माण कार्य भी इसी चरण में होगा।