जिला अस्पताल में मरीजों को बंट रहा था इल्ली वाला खाना
उज्जैन। जिला अस्पताल के हड्डी वार्ड में भर्ती एक मरीज ने रविवार को मूंग की दाल में इल्लियां होने की शिकायत की। खाने में कीड़े होने की शिकायत कलेक्टर आशीष सिंह तक भी पहुंची। ताबड़तोड़ अस्पताल प्रशासन ने खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों को बुलाकर खाने के सामान के सैंपल दिलवाए।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी बीएस देवलिया ने बताया कि जिला अस्पताल के हड्डी वार्ड में भर्ती एक मरीज में रविवार को उन्हें दिए गए खाने में इल्लियां होने की शिकायत की थी। शिकायत कलेक्टर आशीष सिंह तक भी पहुंची। इसके बाद कलेक्टर ने ताबड़तोड़ अस्पताल में बनाए जाने वाले खाने के सैंपल लेने के निर्देश खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी बीएस देवलिया को दिए। देवलिया टीम के साथ जिला अस्पताल पहुंचे और भोजन शाला में खाद्य सामग्रियों के नमूने लिए।
इन खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए
टीम ने मूंग की दाल, रोटी, चावल, आलू और टमाटर की सब्जी तथा सलाद के अलावा कच्ची सामग्री जिनमें तेल, आटा, चावल, मूंग दाल तथा तुवर दाल के सैंपल लिए हैं। सभी को जांच के लिए राज्य प्रयोगशाला भोपाल भेजा जाएगा। जहां से नमूने मिलने के बाद संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी।
रोजाना 500 से 600 मरीजों का बनता है खाना
जिला अस्पताल की भोजनशाला में जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों के अलावा चरक भवन में भर्ती प्रसूता व गर्भवती महिलाओं के लिए भी भोजन बनाया जाता है। भोजन शाला के कर्मचारियों का कहना है कि रोजाना सुबह व शाम को 500 से 600 लोगों का खाना बनाया जाता है।
अच्छी क्वालिटी का बनता है खाना
आरएमओ डॉ जीएस धवन का कहना है कि अस्पताल में 30 साल से भोजन निर्माण का कार्य चल रहा है। यह पहली बार है कि किसी मरीज ने खाने की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए उसमें कीड़े होने की शिकायत की है। अस्पताल प्रशासन मरीजों के खाने के लिए खुद अच्छे गेहूं लाकर उनका आटा पिसवाता है तथा खाना बनाने में उपयोग होने वाली सभी सामग्रियों जिनमें तेल, चावल, तुवर दाल, मूंग दाल, व मसालों के लिए टेंडर आमंत्रित कर अच्छी कंपनियों का सामान खरीदा जाता है। इनमें मैन्युफैक्चरिंग डेट पैकिंग डेट तथा एक्सपायरी डेट होती हैं। मरीज की शिकायत पर सैंपल दिलवाए गए हैं। मौके पर जांच की तो मूंग दाल में इल्ली आदि नहीं मिली है।