कोरोना वैक्सीन के लिए उज्जैन में 12 हजार से अधिक ने कराया पंजीयन
उज्जैन । कोरोना संक्रमण से बचने के लिए उज्जैन जिले में सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। स्वास्थ्य विभाग ने जिले के निजी तथा सरकारी 12415 स्वास्थ्य कर्मियों का पंजीयन किया है। कर्मचारियों को उनके मोबाइल पर एसएमएस मिलेगा कि कब कितने बजे किस जगह जाकर कोरोना का टीका लगवाना है। सोमवार को भोपाल के अधिकारी पहले चरण में 120 कर्मचारियों को ऑनलाइन ट्रेनिंग देंगे। कोरोना से बचाव के लिए जिले में सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। जिले के सरकारी तथा निजी कर्मचारियों को इसमें शामिल किया गया है। इसमें सरकारी तथा निजी अस्पतालों व स्वास्थ्य विभाग में काम करने वाले सभी कर्मचारियों को शामिल किया गया है। कुल 12415 लोगों ने अब तक टीका लगवाने के लिए पंजीयन करवा लिया है।
अधिकारियों का कहना है कि टीकाकरण को लेकर लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। 30 केंद्रों पर सौ-सौ कर्मचारियों को लगाए जाएंगे टीके स्वास्थ विभाग द्वारा जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिविल अस्पताल तथा जिला अस्पताल मिलाकर 30 केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर कर्मचारियों को बुलाकर टीके लगाए जाएंगे। कर्मचारियों को मैसेज भेजा जाएगा कि उन्हें कब कहां कितने बजे किस ब्लॉक या केंद्र पर जाकर टीका लगवाना है। इसके लिए कर्मचारियों के मोबाइल नंबर तथा आधार नंबर को लिंक किया गया है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ केसी परमार ने बताया कि सोमवार को 6 ब्लॉकों के 120 कर्मचारियों को भोपाल से अधिकारियों द्वारा वर्चुअल ट्रेनिंग दी जाएगी।
बीमारियों को लेकर होगी स्क्रीनिंग डॉ. परमार के अनुसार जिन-जिन कर्मचारियों को कोरोना का टीका लगाया जाना है उनसे कुछ सवाल पूछे जाएंगे। जिनमें उनकी बीमारियों की हिस्ट्री भी जानी जाएगी। अधिकारियों को लगेगा कि कर्मचारी को टीका लगाना सही नहीं है तो उसे टीका नहीं लगाया जाएगा। इसके अलावा एलर्जी को लेकर भी कर्मचारियों को जानकारी देना होगी कि उन्हें किन गोलियों से या टीके से एलर्जी होती है।
उज्जैन जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति
उज्जैन जिले में 15 दिसंबर की स्थिति में कोरोना संक्रमण के कुल 4627 मरीज मिले हैं। इनमें से 4298 मरीज ठीक हो चुके हैं। 100 मरीजों की मौत हो गई है। 229 सक्रिय मरीजों का इलाज जारी है। डॉक्टरों का कहना है कि जिले में संक्रमण की स्थिति स्थिर है। जनवरी तक विशेष सावधानी रखने की आवश्यकता है।