सोलरमेन प्रो.चेतन सोलंकी द्वारा जिले के प्रशासनिक अधिकारियों को सोलर एनर्जी के लाभ एवं इसके उपयोग के तरीके बताये गये
उज्जैन | एनर्जी स्वराज यात्रा के प्रमुख प्रो.चेतन सोलंकी द्वारा आज बृहस्पति भवन में जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक एवं विभागीय अधिकारियों को सोलर एनर्जी के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी गई। उन्होंने सोलर एनर्जी के उपयोग के तरीके बताते हुए कहा कि प्राकृतिक संसाधन असीमित नहीं है और इसका एक सीमा तक दोहन किया जा सकता है। हमारे जंगल नहीं बचे हैं, पानी शुद्ध नहीं है और नदियां समाप्त हो रही है। आधुनिकता की अंधी होड़ में हम प्रकृति को नष्ट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आगामी पांच वर्षों में धरती का तापमान डेढ़ डिग्री सेल्सियस बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री अंकित अस्थाना, अपर कलेक्टर श्री अवि प्रसाद, श्री जितेन्द्रसिंह चौहान एवं विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी मौजूद थे।
प्रो.चेतन सोलंकी ने कहा कि विश्व में 17 प्रतिशत की दर से कार्बन डाइऑक्साईड का उत्सर्जन हो रहा है। इससे बीमारियां बढ़ेंगी, समुद्र का स्तर बढ़ेगा। प्रो.सोलंकी ने कहा कि देश में सोलर एनर्जी उपयोग की अपार संभावनाएं हैं तथा बारिश के मौसम में भी सोलर प्लेट से 60 से 70 प्रतिशत बिजली जनरेट की जा सकती है। उन्होंने कहा कि उत्सर्जित होने वाली कार्बन डाइऑक्साई 50 से 200 वर्षों तक वातावरण में विद्यमान रहती है। बिना किसी कारण के कार्बन उत्सर्जित करना अपराध से कम नहीं है और यह अपराध हर व्यक्ति प्रति दिन और रात कर रहा है।