बिनोद मिल जमीन पर बनेगा प्रोजेक्ट
उज्जैन। बिनोद मिल की खाली पड़ी जमीन पर प्रोजेक्ट बनाने के लिए सरकार एक्शन मोड में आ गई है। शनिवार को लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग के प्रमुख सचिव व आइएएस अनिरुद्घ मुखर्जी शहर आए और जमीन का जायजा लेकर प्रोजेक्ट की संभावना तलाशी।
मिल बरसों पहले बंद हो चुकी है, मगर इसकी जमीन बेशकीमती है। जमीन दो साल पहले सरकारी भी हो चुकी है। यूडीए द्वारा इसके लिए प्रोजेक्ट भी सरकार को भेजा गया था। हालांकि अब तक इस पर सरकार कोई फैसला नहीं ले सकी है। शनिवार को फिर उम्मीद जगी। पीएस मुखर्जी ने पूरी जमीन का जायजा लिया। कलेक्टर आशीष सिंह, यूडीए सीईओ सोजन सिंह रावत व अन्य अधिकारी साथ थे। प्रशासनिक अधिकारियों के साथ उन्होंने प्रोजेक्ट की सभी संभावनाएं देखी। प्रशासन से भी प्रोजेक्ट मांगा है। जल्द ही इस पर सरकार कोई फैसला करेगी।
सड़कों से जोड़ने पर जोर
पीएस मुखर्जी ने जमीन को मुख्य सड़कों से जोड़ने पर भी जोर दिया। चामुंडा माता मंदिर चौराहा, जीरो पॉइंट ब्रिज से जोड़ने पर जमीन की कीमत और बढ़ेगी। इसके लिए जल्द ही प्रशासन योजना पर काम कर सकता है। अभी जमीन की कनेक्टिविटी ठीक नहीं है। कनेक्टिविटी बेहतर होने से कॉम्प्लेक्स बनाकर बेचने में आसानी होगी।
समार्ट सिटी ने ठुकराया प्रोजेक्ट
स्मार्ट सिटी के लिए भी प्रोजेक्ट बनाने की कोशिश सरकार ने की थी, लेकिन स्मार्ट सिटी बोर्ड ने प्रोजेक्ट लेने से इंकार कर दिया था। इससे सरकार की परेशानी बढ़ी। हाउसिंग बोर्ड से भी प्रोजेक्ट मांगा जा चुका है। यूडीए इस जमीन को लेने के लिए तैयार है।