टीएल का निराकरण अधिकतम 7 दिवस में करें
सीएम हेल्पलाइन में अच्छा काम करने वाले टॉप थ्री को प्रमाण-पत्र बॉटम थ्री को माला पहनाई जायेगी
कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने जिला अधिकारियों से कहा है कि वे समय-सीमा के पत्रों का निराकरण अनिवार्य रूप से सात दिवस में करें। उन्होंने कहा कि अपने अधीनस्थ अधिकारियों से बात करके एवं पूर्ण तैयारी से बैठक में आयें। रटा-रटाया जवाब नहीं दिया जाये। अपनी कार्य क्षमता का 100 प्रतिशत उपयोग करना चाहिये। लापरवाही करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। कलेक्टर ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन में प्रति सप्ताह संतुष्टि के साथ शिकायतों के निराकरण करने वाले टॉप थ्री विभाग के अधिकारियों को प्रमाण-पत्र दिया जायेगा एवं बॉटम थ्री में रहने वाले अधिकारियों को माला पहनाई जायेगी। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा है कि वे अपना परफार्मेंस सुधार कर प्रदेश स्तर पर उज्जैन जिले की रैंकिंग टॉप टेन में लेकर आयें। बैठक में निम्नानुसार महत्वपूर्ण निर्देश दिये गये :-
नापतौल विभाग एवं वनस्टाप सेन्टर के लिये जमीन अलॉटमेंट का कार्य आज ही करने के लिये कहा है।
प्रधानमंत्री फसल बीमा की लम्बित शिकायतों के निराकरण के लिये उप संचालक कृषि को वर्ष 2018-19 के ऐेसे कृषकों की सूची बनाने के निर्देश दिये हैं, जिनको बीमे का भुगतान नहीं हुआ है।
योगेश्वरी टेकरी की जमीन का सर्वेक्षण कराने के निर्देश निगम आयुक्त को दिये गये।
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन की समीक्षा के दौरान प्रदेश में संतुष्टि से शिकायत के निराकरण करने में महिला एवं बाल विकास विभाग की 27, खाद्य विभाग की 25, स्वास्थ्य विभाग की 25, ऊर्जा विभाग की 12 रैंक आने पर कलेक्टर ने असंतोष व्यक्त किया एवं समय-सीमा में शिकायतों का निराकरण करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने विभिन्न नगरीय निकायों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने यहां लम्बित मुख्यमंत्री हेल्पलाइन की 60 से 70 प्रतिशत शिकायतों का निराकरण शिकायतकर्ता की संतुष्टि के साथ करें। कलेक्टर ने कहा है कि एल-1 पर ही शिकायतों का निराकरण किया जाना चाहिये। एल-3, एल-4 पर शिकायत का पहुंचना यह दर्शाता है कि नीचले स्तर पर लापरवाही की जा रही है। कलेक्टर ने हिदायत दी है कि आगामी सात दिनों में सीएम हेल्पलाइन के परफार्मेंस सुधर जाना चाहिये, अन्यथा उनके विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी।
बैठक में जिला विपणन अधिकारी ने बताया कि यूरिया की रैक प्राप्त हो चुकी है और इसे विभिन्न समितिवार वितरण किया जा रहा है। कलेक्टर ने उपायुक्त सहकारिता को निर्देश दिये हैं कि वे प्रत्येक सहकारी समितिवार गत वर्ष कितना यूरिया आवंटित किया गया था एवं इस बार कितना यूरिया आवंटित किया जा चुका है, इसकी सूची बनाकर आज ही प्रस्तुत करें।
बैठक में नगर निगम आयुक्त ने शासकीय आवास में रहने वाले अधिकारियों से आग्रह किया कि वे सम्पत्ति कर के अलावा नगर निगम के यूजर्स चार्जेस अनिवार्य रूप से भरें। उन्होंने नगर निगम क्षेत्र में शामिल हुए 13 ग्रामों का चतुर्सीमांकन कर वहां पर स्थापित की गई कॉलोनी की सूची प्रस्तुत करने को कहा है।
बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री क्षितिज सिंघल, जिला पंचायत सीईओ श्री अंकित अस्थाना, अपर कलेक्टर श्री अवि प्रसाद, एडीएम श्री नरेन्द्र सूर्यवंशी, अपर कलेक्टर श्री जितेन्द्रसिंह चौहान सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी मौजूद थे।