एसिड अटैक पीडि़त नर्स ने तोड़ा दम, मरने से पहले बोली ' मुझे नहीं समझा'
करवा चौथ के दिन घर में सोते समय प्रेमी द्वारा फेंके गए एसिड से गंभीर झुलसी नर्स ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वह एसिड की मात्रा अधिक होने से 70 प्रतिशत झुलस गई थी। डॉक्टरों ने बीपी नार्मल करने से लेकर डायलिसिस कर उसे बचाने की बहुत कोशिश की लेकिन शनिवार सुबह नर्स मौत से हार गई। उसने मृत्यु से पहले पुलिस व तहसीलदार को दिए बयान में पूरी घटना बताई।
किस तरह मुकेश शर्मा निवासी रत्नाखेड़ी ने उस पर एसिड उड़ेला यह मरनासन्न बयान में दर्ज कराया है। मुकेश लिव इन रिलेशन में साथ में ही रहता था। 4 नवंबर को भी वह रोज की तरह सुबह दूध बेचने जाने के लिए उठा। जाने से पहले उसने कहा कि मैं जा रहा हूं। इस दौरान मैं पलंग पर ही सो रही थी। वह बाहर से दरवाजा लगाकर गया उसके बाद पैरो में जलन हुई तो उठी। देखा तो कंबल से धुआं निकल रहा था। हाथ-पैर चेहरे में बहुत जलन हुई। नीचे पानी का मग पड़ा था उसी में मुकेश ने एसिड भरकर मुझ पर उड़ेल दिया। मैं तड़पती रही। इंदौर बहन को फोन लगाया। इसके बाद चारधाम मंदिर मार्ग निवासी परिजन सांईधाम कॉलोनी स्थित घर पर आए और मुझे अस्पताल ले गए। चार दिन से अस्पताल में दिनरात बेटी के ठीक होने की प्रार्थना कर रहे परिजन शनिवार सुबह उसकी मौत की खबर सुन बदहवास से हो गए। पिता ने कहा कि जिस तरह मेरी बेटी तड़पी उसी तरह आरोपी भी तड़पे ऐसी सजा उसे मिलनी चाहिए। एएसपी अमरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि एसिड फेंकने वाला मुकेश व दुकानदार दोनों जेल जा चुके है। अब हत्या की धारा बढ़ाई जाएगी। इसी माह चालान पेश करेंगे ताकि आरोपी को जल्द से जल्द सजा दिला सके।
करवा चौथ के दिन घर में सोते समय प्रेमी द्वारा फेंके गए एसिड से गंभीर झुलसी नर्स ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वह एसिड की मात्रा अधिक होने से 70 प्रतिशत झुलस गई थी। डॉक्टरों ने बीपी नार्मल करने से लेकर डायलिसिस कर उसे बचाने की बहुत कोशिश की लेकिन शनिवार सुबह नर्स मौत से हार गई। उसने मृत्यु से पहले पुलिस व तहसीलदार को दिए बयान में पूरी घटना बताई।
परिजन बोले- एसिड बेचने पर प्रतिबंध लगे
नर्स के परिजन ने कहा मुकेश दूध का धंधा करता था, इसलिए फेट निकालने के लिए हार्ड एसिड दुकानों से आसानी से ले आता था। पुलिस-को पूरे शहर में इस तरह एसिड बिकने पर प्रतिबंध लगाते हुए सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।