लॉकडाउन के पैसे वसूलने वाली बजाज फाइनेंस पर भी लगे लगाम
लॉकडाउन में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर रिजर्व बैंक ने ब्याज पर ब्याज माफ करने के लिए जारी की अधिसूचना
उज्जैन। लॉकडाउन के दौरान विभिन्न ऋण आदि पर किश्त चुकाने से दी गई छूट के दौरान ब्याज पर ब्याज वसूलने से राहत देने के लिए सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार रिजर्व बैंक ने ब्याज पर ब्याज माफ करने को लेकर मंगलवार को अधिसूचना जारी कर दी। ऐसे में अब लॉकडाउन के पैसे वसूलने के लिए बेबस जनता को परेशान कर रही बजाज फाइनेंस कंपनी पर भी लगाम लगाई जाए। खातेदार मंगेश श्रीवास्तव ने बताया कि अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर रिजर्व बैंक द्वारा सभी बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को इसका पालन करने के निर्देश देते हुए कहा है कि केंद्र ने सामान्य ब्याज और चक्रवृध्दि ब्याज के बीच अंतर के भुगतान के लिए स्कीम की घोषणा की है। मंगेश श्रीवास्तव के साथ हरिओम सक्सेना, आकाश चोरिया, राहुल जाट, विनय आदि ने कहा कि बजाज फायनेंस खातेदारों से लॉकडाउन में काटी गई राशि लोटाई जाएं तथा अवैध वसूली बंद हों, अन्यथा खातेदार न्यायालय की शरण लेने हेतु बाध्य होंगे। बजाज फायनेंस द्वारा लॉकडाउन के दौरान की वसूली के खिलाफ खातेदारों ने पूर्व में भी गवर्नर, आरबीआई भारत सरकार के नाम एक ज्ञापन कलेक्टर कार्यालय पर एडीएम संजीव साहू को सौंपा था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद खातेदार द्वारा मांग की गई है कि पूर्व में जो 177 रूपये प्रतिदिन राशि काटी गई है वह राशि तुरंत वापस की जाए, ऐसा नहीं करने पर बजाज फायनेंस कंपनी द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना मानी जाएगी। साथ ही बजाज फायनेंस द्वारा इस तरह की कोई राशि नहीं काटी जाए।
खातेदार मंगेश श्रीवास्तव ने बताया कि लॉकडाउन के प्रारंभ से ही भारतीय रिजर्व बैंक ने सभी कमर्शिलय बैंक, सहकारी बैंक, वित्तीय संस्थान और एनबीएफसी को 1 मार्च तक बकाया सभी कर्जों के संबंध में किस्तों के भुगतान पर तीन महीने की मोहलत देने की अनुमति दी गयी थी। लॉकडाउन में जब सबकुछ बंद था, उस समय की किश्तों पर भी बजाज फाइनेंस पेनल्टी काट रही है। परेशान होकर पैसे जमा कराने पहुंच रहे लोगों को कार्यालय पर भी कोई नहीं मिल रहा था उल्टे पेनल्टी के मैसेज आ रहे हैं। बजाज फाइनेंस कंपनी की मनमानी से वहां के खातेदार बहुत ज्यादा परेशान है, उनके खातों से प्रतिदिन चार्जेस के नाम पर 177 रूपये बैंक खातों से ऑटोमेटिक काटे जा रहे हैं। खातेदारों से प्रतिदिन के हिसाबों से कई हजारों रूपये इंट्री के रूप में बजाज फाइनेंस कंपनी काट चुकी है। परेशान लोग दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर हो रहे हैं। उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। बजाज फाइनेंस कंपनी का कार्यालय भी बंद था ऐसे समय की पेनल्टी भी बजाज फायनेंस द्वारा जबरदस्ती काटी जा रही है। चूंकि कंपनी से बैंक खाता ऑटोमेटिक मोड पर कनेक्ट रहता है इस कारण कंपनी मनमर्जी पैसा काट रही है। खातों में पैसा न होने पर कंपनी सुरक्षा के नाम पर दिए गए चैक को बैंकों में लगाकर बाउंस करवा रही है और उसकी भी पेनल्टी वसूल रही है। जो कि सरासर धोखाधड़ी है एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आदेशों का खुला उल्लंघन है।