विश्व कल्याण के लिए अनूठी तपस्या
उज्जैन में रूस की योगिनी अन्नपूर्णा नाथ ने नरसिंह घाट स्थित शनि मंदिर पर 21 दिवसीय कठिन जलधारा तपस्या संपन्न की। यह तपस्या 7 जनवरी से शुरू होकर 27 जनवरी तक चली, जिसका उद्देश्य विश्व शांति और जनकल्याण था।
श्री पंचनाम दश अखाड़ा के महंत वेदपुरी नागा महाराज के अनुसार, यह विशेष तपस्या उज्जैन में दूसरी बार आयोजित की गई। तपस्या की विधि में प्रतिदिन प्रातःकाल 108 मटकों से ठंडे पानी की धारा से स्नान करना शामिल था। यह कठिन साधना विशेष रूप से शीत ऋतु में की जाती है, जो मुख्य रूप से हरियाणा में प्रचलित है।
योगिनी अन्नपूर्णा नाथ वर्तमान में भारत के 52 शक्तिपीठों की यात्रा पर हैं। तपस्या के समापन पर विशेष हवन-पूजन और भंडारे का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बाल योगी दीपक नाथ, औघड़ पीर अंकुश नाथ, पीर गणपति नाथ, बाल योगी जयनाथ सहित अनेक साधु-संतों ने उपस्थित होकर योगिनी का विशेष अभिनंदन किया।