उज्जैन में एक मेडिकल छात्र को माना कोरोनावायरस का संदिग्ध मरीज
उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक मेडिकल छात्र को कोरोनावायरस का संदिग्ध मरीज माना गया है जांच के लिए उसके खून के सैंपल लेकर नेशनल इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी भेजा गया है स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बताया कि एक-दो दिन के भीतर रिपोर्ट आने की उम्मीद है या छात्र कोरोनावायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित चीन के वुहान शहर में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा था और कुछ दिन पूर्व भी चीन से उज्जैन स्थित अपने घर लौटा था उसे कुछ दिन से सर्दी जुकाम बुखार की तकलीफ बताई जा रही थी जिसके बाद उसे उपचार के लिए उज्जैन के शासकीय अस्पताल में भर्ती किया गया साथ ही उसकी मां के भी खून के सैंपल लिए गए हैं।
मध्यप्रदेश के उज्जैन में एक मेडिकल छात्र को कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज माना गया है। जांच के लिए उसके खून के सैंपल लेकर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) पुणे भेजा गया है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बताया कि एक-दो दिन के भीतर रिपोर्ट आने की उम्मीद है। यह छात्र कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित चीन के वुहान शहर में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बताया कि चीन से यह छात्र 17 जनवरी को उज्जैन आया था और उसने दिल्ली एयरपोर्ट पर जांच नहीं कराई थी । उज्जैन आने के बाद उसे सर्दी, जुकाम व बुखार की तकलीफ है। कुछ दिन तक घर में रहने के बाद अब उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। जांच के लिए ब्लड सैंपल लेकर एनआईवी पुणे भेजा गया है। यह प्रदेश का पहला संदिग्ध मरीज है। वही संदिग्ध मरीज की माँ के भी ब्लड सेम्पल लिए गए हे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार चीन में 25 जनवरी तक 1287 मरीज मिले थे। इनमें लगभग 80 की मौत हो गई है। चीन के अलावा वियतनाम, थाइलैंड, नेपाल समेत, हांगकांग, जापान आदि देशों में 28 केस मिले हैं। प्रदेश में सभी जिलों के सीएमएचओ और सिविल सर्जन के अलावा निजी अस्पतालों को गाइडलाइन भेजकर अलर्ट कर दिया गया है। इस गाइडलाइन में कोरोना वायरस के लक्षण, पीड़ित या संदिग्ध को अस्पताल में अलग से रखने की व्यवस्था, सैंपल लेने के तरीके और चीन यात्रा के संबंध में दिशा निर्देश जारी किए गए हैं।