मंगलनाथ में भातपूजा के लिए कटेगी कम्प्यूटराईज्ड रसीद
उज्जैन । मंगल ग्रह की जन्म स्थली कहे जाने वाले मंगलनाथ मंदिर में सोमवार को आधुनिक रसीद काउंटर का शुभारंभ हुआ। पहले दिन देशभर से आए 59 भक्तों ने भातपूजा के लिए कम्प्यूटराइज्ड रसीद कटवाई। जल्द ही यहां महाकाल मंदिर की तर्ज पर ऑनलाइन दर्शन व्यवस्था की शुरुआत होगी। देश-विदेश में रहने वाले भक्तों को घर बैठे मंगलनाथ के दर्शन होंगे।
एनआईसी ने कम्प्यूटराइज्ड सॉफ्टवेयर तैयार किया
मंदिर प्रशासक नरेंद्रसिंह राठौर ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि एनआईसी ने कम्प्यूटराइज्ड सॉफ्टवेयर तैयार किया है। इसमें मंदिर के साथ पुजारियों के नाम हैं। बाहरी पुरोहितों के लिए अन्य का विकल्प दिया गया है।
मंगलनाथ मंदिर में आधुुनिकीकरण की शुरुआत
जानकारी के अनुसार मंगलनाथ मंदिर के पुजारी अपने यजमान के लिए भातपूजा की रसीद कटवाते हैं, तो उक्त रसीद में उनके नाम का उल्लेख रहेगा। पं.महेंद्र भारती व पं.अक्षय भारती ने बताया मंगलनाथ मंदिर में आधुुनिकीकरण की शुरुआत हो गई है। यह व्यवस्था पारदर्शी होने के साथ सुविधाजनक है। इससे भातपूजा के क्रम आदि में सुगमता रहेगी।
इन कामों की भी शुरुआत
मंदिर में अन्य निर्माण कार्यों की भी शुरुआत हो चुकी है। इसके तहत मंदिर के आसपास हॉल का निर्माण होना है। कार्य पूर्ण होने के बाद मंदिर के भीतर व बाहर कैमरे लगाएं जाएंगे।
देश विदेश में रहने वाले दर्शनार्थी भातपूजा की ऑनलाइन बुकिंग भी करा सकेंगे।
मंदिर प्रबंध समिति से मिली जानकारी के अनुसार इसके बाद मंगलनाथ भगवान के ऑनलाइन दर्शन व्यवस्था भी शुरू होगी। अब देश विदेश में रहने वाले दर्शनार्थी मंगलनाथ की भातपूजा की ऑनलाइन बुकिंग भी करा सकेंगे।