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2000 से अधिक लोगों ने आचार्य श्री को उज्जैन आने के लिए श्रीफल भेंट किया



उज्जैन। सकल दिगंबर जैन समाज सामाजिक संसद के अंतर्गत आज संपूर्ण उज्जैन के दिगंबर जैन समाज ने आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज के समक्ष इंदौर जाकर श्रीफल भेंट किया जिसमें महत्वपूर्ण रूप से उज्जैन के सांसद अनिल फिरोजिया, भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय, इंदौर के कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल, महामंत्री जैनेश झांझेरी एवं उज्जैन के समाज अध्यक्ष अशोक जैन चायवाला, कार्याध्यक्ष धर्मेंद्र सेठी, महासचिव सुनील जैन ट्रांसपोर्ट, प्रसन्न बिलाला, योगेंद्र बड़जात्या, कमल बड़जात्या संपूर्ण क्षेत्र मंदिरों के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ जनों ने उज्जैन का नेतृत्व करते हुए आचार्य गुरुदेव श्री विद्यासागर जी महाराज को श्रीफल भेंट किया।
समाज सचिव डॉ. सचिन कासलीवाल ने बताया कि आचार्य श्री का चौमासा नेमावर में हुआ था उसके बाद आचार्य श्री प्रमुख जगहों पर होते हुए इंदौर पहुंचे थे अभी आचार्य श्री इंदौर में विराजित हैं जहां पर संपूर्ण समाज में लगभग 2,000 समाज जनों के साथ प्रमुख लोगों ने आचार्यश्री को उज्जैन आने के लिए श्रीफल भेंट किया है। सुबह 5ः30 बजे से ही सैकड़ों की संख्या में चौपहियां वाहन एवं बसों से इंदौर पहुंचे जहां आचार्य श्री से संपूर्ण लोगों ने निवेदन किया एवं श्रीफल भेंट किया आचार्य श्री के पाद प्रक्षालन किए एवं आचार्य श्री की पूजा भी की उज्जैन के लोगों द्वारा लगभग चार दशक से आचार्य श्री को उज्जैन लाने का सतत प्रयास चल रहा है जिसमें उज्जैन के लोगों द्वारा जगह-जगह जाकर हजारों की संख्या में आचार्य श्री के समक्ष उज्जैन आने के लिए निमंत्रण दिया जा रहा है उसी के अंतर्गत बुधवार को भी आचार्य श्री के समक्ष श्रीफल भेंट किया। जिसमें सुशील छाबड़ा अरविंद बुखारिया अशोक जैन गुना वाले नरेंद्र बड़जातिया नितिन डोसी सुधीर जैन छड़ी वाले बाबा देवेंद्र सिंघाई इंदर मल जैन सारिका जैन स्नेह लता सोगानी ललित सेठी जम्मू कुमार पाटनी सोगानी दिलीप सोगानी प्रदीप पांडेय ललित जैन बबली जैन अनिल जैन अनिल बुखारिया नरेंद्र बिलाला पवन बोहरा आदि कई लोग मौजूद थे।
उज्जैन से जुड़े हुए आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की कुछ कार्य
आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का उज्जैन लाने के लिए लगभग चार दशक से उज्जैन के लोग सतत प्रयासरत हैं उनके संघ के कई माता जी एवं महाराज जी उज्जैन में चतुर्मास कर चुके हैं सन 2000 के पहले सर्वप्रथम गुरु मति माताजी ने एवं उसके बाद आदर्श मति माताजी ने उसके बाद क्षमा सागर जी महाराज ने 2004 में 2 महीने का प्रवास एवं प्रणम्य सागर जी ने 2014 में चतुर्मास एवं वीर सागर जी महाराज ससंग उज्जैन में आए थे आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की  सांसारिक जीवन के भाई एवं संघ के सबसे  महत्वपूर्ण एवं वरिष्ठ  मुनिराज  श्री समय सागर जी महाराज का भी प्रथम प्रवास आचार्य श्री के संघ से अलग होने के बाद  सर्वप्रथम उज्जैन में ही हुआ था संघ लगभग ढाई माह यहां पर रहे थे एवं समता सागर जी महाराज ने लक्ष्मी नगर दिगंबर जैन महावीर मंदिर में पंचकल्याणक महा महोत्सव भी कराया था।
सकल दिगंबर जैन समाज सामाजिक संसद में आचार्य श्री को लाने के लिए सतत प्रयास में कुंडलपुर 22 बसें तत्पश्चात भोपाल में चतुर्मास के दौरान सैकड़ों लोगों के साथ उज्जैन प्रतिनिधिमंडल व नेमावर में भी कई बसें आचार्य श्री को उज्जैन लाने के लिए गई थी एवं वर्तमान में इंदौर से उज्जैन लाने के लिए इंदौर समाज से उज्जैन समाज सतत संपर्क में बनी हुई है।
आचार्य श्री का सबसे महत्वपूर्ण सपना प्रतिभा मंडल (दीदियों का संघ) की स्थापना सर्वप्रथम उज्जैन से हुई थी आदर्श मति माताजी के सानिध्य में इसका संपूर्ण शिविर (कैंप) लगा था और तत्पश्चात आचार्य श्री ने इस पूरे प्रतिभा मंडल को अनेक सामाजिक उत्थान के कार्यक्रमों में लगाया जिसमें प्रतिभा स्थली छोटी बालिकाओं को  शिक्षा के साथ धार्मिक प्रशिक्षण ,गौ माता की रक्षा विशेष प्रशिक्षण एवं समाज जनों को गौ माता की रक्षा के लिए आगे लाने का कार्य, हथकरघा हाथ से बने हुए खादी  के कपड़े पर विशेष काम ,मुख् माटी भारत को भारत बोलो आदि ऐसे अनेक कार्यों में प्रतिभा मंडल व प्रतिभास्थली के दीदियों को यह संपूर्ण कार्य सौंपा गया था जो आज देश में सबसे बड़ी और सबसे अच्छी संस्थाओं में से माना जा रहा है।

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