”कृमि से छुटकारा, सेहतमंद भविष्य हमारा“ चलाया जायेगा राष्ट्रीय कृमिमुक्ति कार्यक्रम
उज्जैन | मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला उज्जैन डाॅ. महावीर खण्डेलवाल द्वारा जानकारी देते हुवे बताया कि, कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत मध्यप्रदेश शासन द्वारा समुदाय में समुचित स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर को बनाये रखने हेतु विभिन्न प्रयास किये जा रहे है। भरत शासन के दिशा निर्देशानुसार कोविड-19 के दौरान समुदाय स्तर पर समस्त आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को जारी रखना एवं कैम्पेन मोड सर्विसेस के अंतर्गत 01 से 19 वर्षीय समस्त हितग्राही वर्ग का कृमिनाशन किया जाना अत्यंत आवश्यक है। तद्नुसार ‘मास डिवर्मिंग’ के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु प्रदेश के अन्य जिलों के साथ-साथ उज्जैन जिले मे भी दिनांक 28 सितम्बर 2020 से 07 अक्टूबर 2020 तक ‘‘राष्ट्रीय कृमिमुक्ति कार्यक्रम’’ का आयोजन किया जायेगा।
कोविड-19 के कारण प्रदेश में विद्यालयों एवं आंगनवाड़ी केन्द्रों का संचालन संभव न होने की दशा में ‘‘राष्ट्रीय कृमिमुक्ति कार्यक्रम’’ का क्रियान्वयन समुदाय आधारित गृह भ्रमण रणनीति के माध्यम से किया जायेंगा। कार्यक्रम के अन्तर्गत स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग के मैदानी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर 01-19 वर्षीय समस्त हितग्राहियों को कृमिनाशन किया जायेंगा ताकि मिट्टी जनित कृमि संक्रमण की रोकथाम सुनिश्चित हो।
कृमि/पटार संक्रमण से बच्चों का शारीरिक एवं मानसिक विकास अवरूद्ध होता है एवं शालेय बच्चों में उपस्थिति एवं षैक्षणिक उपलब्धि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। 1 से 19 वर्षीय बच्चों में कृमि संक्रमण की रोकथाम एक साक्ष्य आधारित रणनीति है जिसके तहत 1 गोली मात्र को चबाकर सेवन करने से हम बच्चों को कृमिमुक्त कर सकते हैं। कृमिनाशन से संपूर्ण स्वास्थ्य-पोषण स्तर, एनीमिया की रोकथाम, बौद्धिक विकास तथा शालाओं मे उपस्थिति में सुधार देखा गया है। यह साक्ष्य आधारित है कि कृमिनाशन से बच्चो की अनुपस्थिति में 25 प्रतिशत तक की कमी आती है एवं उनकी पढाई में एकाग्रता भी बढती है।