पीटीएस में इलाज के दौरान भर्ती मरीजों को दवा के साथ-साथ मिलता है मनोरंजन का डोज
योगा और अंताक्षरी से बहलता है मन, होती है जल्द रिकवरी
उज्जैन | कोरोना संक्रमण के चलते शहर के मक्सी रोड स्थित पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में इलाज के दौरान भर्ती मरीजों का प्रशासन द्वारा पूरा-पूरा खयाल रखा जा रहा है। कोरोना के इलाज के दौरान यहां भर्ती लोगों को अपने परिवार की कमी न खले, इसलिये अब यहां दवाई के साथ-साथ लोगों को मनोरंजन का डोज भी प्रतिदिन दिया जा रहा है। पीटीएस में इलाजरत डॉक्टर्स और नर्स पूरी मेहनत और लगन के साथ लोगों का इलाज कर रहे हैं। साथ ही वे प्रतिदिन मरीजों के बीच पहुंचकर न सिर्फ उनका उत्साहवर्द्धन करते हैं, बल्कि मरीजों के हॉल में सकारात्मक वातावरण बनाने का प्रयास भी करते हैं। इसी वजह से पीटीएस में भर्ती मरीजों का कोरोना जैसी गंभीर बीमारी से रिकवरी रेट भी काफी अधिक है।
पीटीएस के नोडल डॉ.एएस तोमर ने बताया कि अब तक पीटीएस में जितने भी कोरोना संक्रमित इलाज के लिये भर्ती हुए हैं, उनका पूरा-पूरा खयाल डॉक्टर्स की टीम द्वारा रखा जाता है। इसी वजह से यहां के मरीजों का रिकवरी रेट शत-प्रतिशत है। प्रतिदिन मरीजों के साथ बिलकुल परिवार के सदस्य जैसा व्यवहार यहां का स्टाफ करता है तथा उनकी पूरी देखभाल की जाती है। कभी-कभी चेकअप के लिये गये डॉक्टर्स मरीजों से हल्का-फुल्का मज़ाक भी कर लेते हैं, जिस वजह से माहौल काफी तनावरहित हो जाता है। मरीजों को प्रतिदिन काढ़ा के साथ-साथ योगा भी करवाया जाता है, ताकि उन्हें मानसिक शान्ति मिल सके।
पिछले दो दिनों में 11 लोग कोरोना संक्रमण से पूर्णत: ठीक होकर पीटीएस से गये
मक्सी रोड स्थित पुलिस ट्रेनिंग स्कूल से पिछले दो दिनों में 11 व्यक्ति कोरोना संक्रमण से पूर्णत: स्वस्थ होकर अपने घर गये। इस दौरान शनिवार को सात तथा रविवार को चार लोग पीटीएस से ठीक होकर गये। एक व्यक्ति ने बताया कि कुछ दिन पहले खांसी और बुखार हो जाने की वजह से उन्होंने बिना देर किये अस्पताल पहुंचकर कोरोना की जांच करवाई, जिसमें वे पॉजीटिव पाये गये तथा उन्हें इलाज के लिये पीटीएस में भर्ती किया गया था। उन्होंने कहा कि पीटीएस पहुंचने से पहले उन्हें लग रहा था कि उनके क्वारेंटाईन के दिन न जाने कैसे बितेंगे, लेकिन पीटीएस में मिले सुखद वातावरण और डॉक्टरों के अपनेपन की वजह से ये दिन कैसे गुजर गये इस बात का उन्हें पता ही नहीं चला। यहां उन्हें किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं हुई। यहां वे कोरोना संक्रमण के चलते आये थे और डॉक्टरों की देखभाल और इलाज के चलते आज वे पुन: स्वस्थ होकर अपने परिवारजनों के बीच जा रहे हैं। इसके लिये उन्होंने सभी डॉक्टरों और टीम का धन्यवाद दिया।
पीटीएस के नोडल डॉ.एएस तोमर ने ठीक होकर घर जा रहे लोगों से कहा कि सही समय पर इलाज मिलने से ही आज वे लोग पूर्णत: स्वस्थ हुए हैं। डॉ.तोमर ने उन्हें शुभकामनाएं दी। डॉ.तोमर ने उनसे कहा कि वे अगले 10 दिनों तक अपने घरों के अलग कमरे में रहें, भोजन में परहेज बरतें, अधिक तला-गला भोजन का सेवन न करें, हरी सब्जियां, फल और आसानी से पचने वाला भोजन डाइट में शामिल करें।
डॉ.तोमर ने लोगों से कहा कि यदि उन्हें दोबारा सर्दी, खांसी, बुखार जैसे लक्षण होते हैं तो तुरन्त बिना देर किये फीवर क्लिनिक में जाकर डॉक्टर को दिखायें। आज वे स्वस्थ होकर अपने घर जा रहे हैं वे फोन के माध्यम से अपने परिजनों तथा पड़ौसियों को भी यह बतायें कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिये। वे अपने परिवार में छोटे बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। इन सावधानियों का जितना अधिक प्रचार-प्रसार होगा, उतनी ही आमजन में जागरूकता फैलेगी। इसके अलावा सभी लोग अपने मोबाइल पर सार्थक एप डाउनलोड करें। डॉ.तोमर द्वारा ठीक होकर जा रहे व्यक्ति से पीटीएस में इलाज के दौरान हुए अनुभव के बारे में पूछा गया। साथ ही उन्हें यहां किसी प्रकार की कोई समस्या तो नहीं हुई, इस बारे में भी पूछा।
इस दौरान स्टाफ द्वारा तालियां बजाकर लोगों की हौसला अफज़ाई की गई और शुभकामनाएं देकर उन्हें अपने घर के लिये रवाना किया गया। रवाना होने से पहले व्यक्ति को डॉ.वसीम खान द्वारा प्रमाण-पत्र वितरित किया गया।
इस दौरान डॉ.विजय कुमार पांचाल, डॉ.रोहित पराते, डॉ.कपिल चौहान, डॉ.अरविंद भटनागर, डॉ.सुखदेव कारवना, डॉ.महेन्द्र यादव, फार्मासिस्ट श्री अमित यादव, श्री ब्रजमोहन कौशल, स्टाफ नर्स प्रांजल गुप्ता, सुश्री चन्दा गरूडा, सुश्री सुमन दांगी, सुश्री पूजा सोलंकी, सुश्री गायत्री वाडिया, सुश्री कविता, सुश्री टीना अहिरवार, सुश्री प्रियंका परमार, सुश्री अनीता टांक, श्री एम्बरोज जॉर्ज, वाहन चालक श्री महेश पांचाल तथा सफाई कर्मचारी सर्वश्री अभय, भूराभाई, लाखन, राहुल, राजूबाई और लोकेश मौजूद थे।