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सैंपल लेने आई टीम को व्‍यापारी ने लताडा, रिश्‍वत लेने के बाद भी यहां सैंपल लेने आए


शनिवार को नागदा में जो हुआ... उसने प्रशासनिक महकमे के चरित्र को उजागर कर दिया। शहर के प्रतिष्ठित खाद्य तेल कारोबारी व व्यापारी महासंघ अध्यक्ष बिंदू जैन के यहां कार्रवाई के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ पहुंचे खाद्य विभाग के अमले को नागदा व्यापारी संघ संरक्षक दिनेश अग्रवाल ने इतनी बुरी तरह लताड़ा कि जिसने भी यह नजारा देखा दंग रह गया।

संघ संरक्षक ने तेल कारोबारी के यहां कार्रवाई के लिए पहुंचे फूड इंस्पेक्टर शैलेष गुप्ता को खुल्लम खुल्ला कहा कि तीन महीने में 2 लाख 39 हजार रुपए की रिश्वत आपको देता हूं... फिर यहां सैंपल भरने कैसे पहुंच गए। क्या बार-बार यही तेल व्यापारी आपको नजर आता है। शहर के अन्य तेल के बड़े व्यापारी के यहां क्यों सैंपल भरने नहीं जाते।

हिम्मत है तो अब यहां से सैंपल भरकर दिखाओ। क्या हाेगा... 353 ही दर्ज कराओगे न। हैरत यह है कि नागदा व्यापारी संघ संरक्षक की सरेआम दी गई इस खुली चुनौती पर न तो खाद्य अमले की टीम में शामिल अन्य अधिकारी के मुंह से कुछ निकला, न ही तहसीलदार और पुलिसकर्मी कुछ बोले। रही बात फूड इंस्पेक्टर की तो वो तो शर्म से इतने पानी-पानी थे कि संघ संरक्षक की चुनौती का प्रतिरोध तक नहीं कर पाए।

व्यापारियों से वसूली की कहानी वायरल करने का कहा
संघ संरक्षक अग्रवाल इतने आक्रोश में थे कि उन्होंने फूड इंस्पेक्टर द्वारा तेल व्यापारियों के यहां से जब्त किए गए तेल के पैकेट, टीन तक किसी को उठाने नहीं देकर यहां तक कह डाला जल्दी यहां से नहीं गए तो सोशल मीडिया पर हर महीने व्यापारियों से की जाने वाली वसूली की पूरी कहानी (कॉल रिकाॅर्डिंग) सोशल मीडिया पर वायरल कर दूंगा। तीन महीने में कितनी बार काैन सी गाड़ी शहर पहुंची, कितनी रकम दी, सारा हिसाब है मेरे पास।

तीन माह में एक ही दुकान से सैंपल क्याें
व्यापारी महासंघ अध्यक्ष जैन का कहना था कि बीते लाॅकडाउन में उन्हाोंने व्यापारियों काे तेल उपलब्ध कराया। वरना शहर में तेल की कमी आ गई थी। उसके बाद भी लाॅकडाउन में फर्जी शिकायतों पर उनकी ही दुकान पर कार्रवाई करने अधिकारी पहुंचे।

तीन बार अधिकारियाों ने पहुंचकर कार्रवाई करना चाही ताे आखिर ऐसा क्यों । शहर के अन्य तेल व्यापारी के यहां पहले जांच करें। उसके बाद हमारे यहां से सैंपल ले और कुछ समय पहले ही सैंपल लिया गया था, वह भी पास हाे गया था। फूड इंस्पेक्टर गुप्ता से ही चर्चा कर सारी प्रक्रिया पूरी की जा रही है।

एसडीएम काे काॅल किया, लाैटा दल
व्यापारी संघ संरक्षक अग्रवाल के विराेध और नागदा बंद की चेतावनी के बाद फूड इंस्पेक्टर के साथ पहुंचे बसंत शर्मा ने काॅल कर एसडीएम पुरुषाेत्तम कुमार काे मामले से अवगत कराया।

इसके बाद दल बिना सैंपल के ही रवाना हाे गया। बताया जा रहा है कि खाद्य विभाग की टीम अन्य जगह भी कार्रवाई करने जाने वाली थी, लेकिन यहां विराेध झेलने के बाद वह कहीं भी नहीं गई।

आरोप गलत है- गुप्ता
पैसे लेने का आराेप गलत है। मुझे ज्वाइंनिंग किए हुए ही एक साल बीता है। उसके पहले काैन अधिकारी आया, मुझे नहीं पता। यहां भी पहली बार आए थे।
शैलेष गुप्ता, फूड इंस्पेक्टर

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