स्मार्ट सिटी में हो रहे कार्यों से शहर की नई तस्वीर सामने आयेगी
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव ने स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत हो रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा की
उज्जैन | उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने आज दोपहर में बृहस्पति भवन में विभिन्न विभागों और एजेन्सियों द्वारा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अन्तर्गत किये जा रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अन्तर्गत किये जा रहे कार्यों से शहर की एक नई तस्वीर सामने आयेगी। बैठक में सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रोजेक्ट के अन्तर्गत किये जा रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता के साथ-साथ समय-सीमा में पूर्ण किये जायें। बैठक में सुझाव दिया कि महाकाल मन्दिर के पीछे चल रहे कार्यों की चर्चा के दौरान कहा कि विभिन्न प्रकार की मूर्तियां फाइबर आदि से बनाई जा रही है, अब शेष मूर्तियां लाल पत्थर या अन्य कोई पत्थर या सीमेन्ट-कांक्रीट से बनाई जाये, ताकि लम्बे समय तक ये यथावत बनी रहें। इसी तरह महाकाल थाना को अन्यत्र स्थापित कर महाकाल पुलिस चौकी को स्थापित करने का सुझाव दिया। इसी तरह अधिकारियों को निर्देश दिये कि भविष्य के लिये प्लान तैयार किया जाये। आध्यात्म विभाग का संभागीय कार्यालय उज्जैन में स्थापित हो, इस हेतु भवन निर्माण होना चाहिये। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट के अन्तर्गत शहर के विद्यालयों में बने स्मार्ट क्लास रूम का निरीक्षण किया जायेगा।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव ने समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये कि नेचुरोपैथी केन्द्र चिन्तामन जवासिया के समीप महाकाल मन्दिर की जमीन पर बनाये जाने का प्लान तैयार किया जाये। उन्होंने सुझाव दिया कि देवासगेट बस स्टेण्ड एवं माधव नगर स्टेशन के अण्डर ग्राउण्ड सड़क सम्पर्क की योजना तैयार की जाये, ताकि भविष्य में इस कार्य को पूर्ण किया जा सके। बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अन्तर्गत उज्जैन शहर के विभिन्न स्थानों पर चल रहे निर्माण कार्यों की विभागवार समीक्षा कर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये और कहा कि भविष्य को देखते हुए कार्य किये जायें। बैठक के अन्त में डॉ.यादव ने मयूर वन विक्रम वाटिका में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। मयूर वन में पार्किंग स्थल को व्यवस्थित बनाने के निर्देश भी दिये। साथ ही कहा कि मयूर वन एवं अनुभूति पार्क को जोड़कर कार्य किया जाये।
बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री क्षितिज सिंघल ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि स्मार्ट सिटी मिशन जून-2015 में प्रारम्भ हुआ था। मिशन हेतु 98 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान था। उज्जैन 27 चयनित शहरों में तीसरे स्थान पर है। मध्य प्रदेश से सात शहर नामांकित हुए थे, जिसमें भोपाल, इन्दौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, सागर और सतना हैं। श्री सिंघल ने पॉवर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि स्मार्ट सिटी के कुल 28 प्रोजेक्ट एससीएन फण्ड से 940 करोड़ रुपये के हैं, जिनमें अभी तक 14 परियोजना पूर्ण हो चुकी है, 11 परियोजनाएं प्रगतिरत है और तीन परियोजनाओं की डीपीआर बनाई जाना है। परियोजनाओं में केन्द्र शासन से 195.94 करोड़ और राज्य शासन के द्वारा 146 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई है। अभी जुलाई माह तक 257 करोड़ रुपये की राशि व्यय की जा चुकी है। बैठक में जानकारी दी गई कि अण्डर ग्राउण्ड डक्टिंग सहित स्मार्ट रोड, महाकाल रूद्र सागर एकीकृत विकास योजना, स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स क्लब हाउस, नूतन स्कूल विद्यालय परिसर का निर्माण, मल्टीलेवल कार पार्किंग, कंस्ट्रक्शन ऑफ सिवरेज नेटवर्क इन एबीडी एरिया ऑफ उज्जैन, रिलोकेशन अण्डर फॉर मृदा प्रोजेक्ट, जलापूर्ति, इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, इंक्युबेशन सेन्टर आदि कार्य प्रगतिशील हैं। स्वीमिंग पुल का प्रथम चरण पूर्ण हो चुका है। बायोमैथेनेशन प्लांट, इंटीग्रेटेड कमांड एण्ड कंट्रोल सेन्टर, स्मार्ट हैल्थ केयर और स्मार्ट क्लास रूम कार्य पूर्ण हो चुके हैं।
कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव के द्वारा दिये गये सुझाव एवं निर्देशों का पालन कर अमल में लाने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि उज्जैन शहर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अन्तर्गत किये जा रहे निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान दिया जाये और समय पर कार्यों को पूर्ण किया जाये। कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि निर्माण कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये। बैठक में उज्जैन विकास प्राधिकरण एवं मप्र गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मण्डल के अधिकारियों द्वारा कराये जा रहे प्रोजेक्ट के अन्तर्गत निर्माण कार्यों की पॉवर पाइन्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी गई। बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री क्षितिज सिंघल, यूडीए के सीईओ एवं श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के प्रशासक श्री एसएस रावत तथा सम्बन्धित विभागों के अधिकारी आदि उपस्थित थे।