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कृषक उत्पादक संगठन तैयार करने के लिये किसानों का वर्कशॉप आयोजित करने के निर्देश



कलेक्टर ने विभिन्न तहसीलों के इच्छुक किसानों से चर्चा की
उज्जैन | तीन सौ किसान मिलकर अपना एक स्वयं का संगठन तैयार कर सकते हैं। कंपनी एक्ट के तहत इसका रजिस्ट्रेशन करवाकर एक जैसी फसल का उत्पादन कर उसकी मार्केटिंग करके अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री फार्मर्स प्रोड्यूसर आर्गेनाइजेशन गठन करने के लिये अत्यधिक रूचि ले रहे हैं एवं किसानों को लाभ की खेती करने की दिशा में आगे बढ़ा रहे हैं। जिले में दो किसान उत्पादक संगठन अच्छा कार्य कर रहे हैं। इन्हीं की तर्ज पर प्रत्येक जनपद में किसानों को संगठित करने का प्रयास किया जाना चाहिये। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने यह बात आज बृहस्पति भवन में आयोजित जागरूक किसानों की बैठक में कही। उन्होंने कहा कि एफपीओ के बारे में किसानों को विस्तृत समझाईश दी जाये कि एफपीओ का सदस्य बनने से उन्हें क्या लाभ होंगे। बैठक में उप संचालक कृषि श्री सीएल केवड़ा, कृषि वैज्ञानिक श्री आरपी शर्मा, सहकारिता उपायुक्त श्री ओपी गुप्ता सहित घट्टिया, तराना, उज्जैन क्षेत्र के किसान बड़ी संख्या में शामिल थे।
कलेक्टर ने बैठक में कृषि, सहकारिता, पशुपालन, मत्स्य पालन, उद्यानिकी विभागों के जिला अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने स्तर पर किसानों को प्रेरित कर फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन का गठन करें। उन्होंने पशुपालन विभाग द्वारा इस दिशा में संतोषजनक कार्यवाही नहीं किये जाने पर नाराजगी व्यक्त की। कलेक्टर ने कहा कि संगठन बनने से किसानों को उनके उत्पाद का सही मूल्य मिलेगा, बिचौलिये हट जायेंगे, समूह के रूप में एक वस्तु की पैदावार कर उसकी ग्रेडिंग, भण्डारण आदि कर ब्रांडिंग की जा सकेगी। उन्होंने बताया कि फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन को तीन वर्ष तक शासन द्वारा 18 लाख रुपये प्रबंधन के लिये दिये जायेंगे। साथ ही ऑर्गेनाइजेशन को बैंक गारंटी व कम ब्याज पर पूंजी मिलेगी। उन्होंने बताया कि तराना तहसील के ग्राम ढाबलाहर्दू में कार्यरत एफपीओ कालीसिंध को कस्टम हायरिंग केन्द्र चलाने के लिये जिला प्रशासन द्वारा कृषि यंत्र उपलब्ध करवाये गये हैं। साथ ही प्रत्येक एफपीओ को उर्वरक, बीज एवं कीटनाशक के विक्रय का लायसेंस भी प्रदान किया जायेगा, जिससे किसानों को घर बैठे उक्त सामग्री किफायती दाम पर मिल सकेगी।
बैठक में किसानों की शंकाओं का समाधान कृषि एवं पंजीयन विभाग के अधिकारी द्वारा किया गया। बैठक में रूपाखेड़ी के जीतू पटेल ने बताया कि उन्होंने 11 सदस्य की सहमति प्राप्त कर ली है। इसी तरह नागदा के श्री सुरेन्द्र गेहलोत ने दो कंपनी बनाने की कार्यवाही प्रारम्भ कर दी है। उप संचालक कृषि ने बताया कि जिस दिन समूह में 300 कृषक जुड़ जायेंगे, उस दिन शासकीय योजनाओं का लाभ मिलना प्रारम्भ हो जायेगा। प्रभारी उप संचालक उद्यानिकी श्री सुभाष श्रीवास्तव ने बताया कि उद्यानिकी फसल के लिये प्याज को केन्द्रित रखते हुए जिले में कृषक उत्पादक समूह गठित किये जायेंगे एवं इनकी ग्रेडिंग एवं भण्डारण कर एक ब्रांड के नाम से विक्रय करने की योजना है।

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