चिकित्सक आमजन को दी जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिये बेहतर प्रयास करें –संभागायुक्त
उज्जैन में कैंसर युनिट का बेहतर विकास किया जाये जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक सम्पन्न
उज्जैन | शुक्रवार को संभागायुक्त श्री आनन्द कुमार शर्मा, कलेक्टर श्री आशीष सिंह और सीईओ जिला पंचायत श्री अंकित अस्थाना की मौजूदगी में सिंहस्थ मेला कार्यालय के सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित की गई। संभागायुक्त ने बैठक में कहा कि चिकित्सक आमजन को दी जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिये और बेहतर प्रयास करें। मानव सेवा की भावना को प्राथमिकता देते हुए अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करें तथा ऐसी सोच विकसित करें जिसमें अपनी ओर से वे स्वास्थ्य सेवाओं में और क्या-क्या सुधार कर सकते हैं।
संभागायुक्त ने बैठक में कहा कि शहर के जिला चिकित्सालय में स्थित कैंसर युनिट के बेहतर विकास के लिये विधिवत प्रस्ताव तैयार किया जाये। संभागायुक्त ने कहा कि यह कैंसर युनिट अत्यन्त महत्वपूर्ण है, जिसमें उज्जैन संभाग के सभी जिलों से लोग इलाज के लिये आते हैं। इसके अलावा सप्ताह में दो दिन यहां दिल्ली, मुम्बई और अन्य बड़े शहरों के कैंसर विशेषज्ञ भी अपनी सेवाएं देते हैं, इसीलिये इस युनिट का और विकास किया जाना बेहद जरूरी है।
संभागायुक्त ने कहा कि महाकाल मन्दिर के समीप स्थित जच्चाखाना को किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट किये जाने का प्रस्ताव भी तैयार किया जाये। संभागायुक्त ने बैठक में कहा कि स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्धित यदि किसी चिकित्सक को कोई परेशानी हो तो वह तुरन्त प्रशासन को अवगत कराये। जिला चिकित्सालय में स्टाफ के रिक्त पदों की पूर्ति शीघ्र-अतिशीघ्र की जाये। चिकित्सालय में नवीन सिटी स्केन मशीन और एमआरआई मशीन लाये जाने का प्रस्ताव तैयार किया जाये। संभागायुक्त ने बैठक में चिकित्सकों से जिला चिकित्सालय में अन्य अत्यावश्यक सुविधाओं की आवश्यकता के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की।
इसमें चिकित्सालय के आईसीयू का विस्तारीकरण, अत्याधुनिक स्वास्थ्य उपकरण खरीदे जाने तथा कैंसर युनिट में कुछ नई मशीनें तथा उपकरण उपलब्ध करवाये जाने पर प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये गये। संभागायुक्त ने शहर के अलावा अन्य विकास खण्डों में स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं के बारे में चिकित्सकों से पूछा। संभागायुक्त ने बैठक में कहा कि चिकित्सकों के फीडबैक के आधार पर स्वास्थ्य सुविधाओं में निरन्तर सुधार के प्रयास किये जायेंगे।
संभागायुक्त ने शासकीय चिकित्सालयों में डायलिसिस की व्यवस्था की जानकारी ली। बताया गया कि वर्तमान में शासकीय चिकित्सालयों में डायलिसिस की कुल 10 मशीनें है। इस पर संभागायुक्त ने कहा कि डायलिसिस के सेशंस को और बढ़ाया जाये। साथ ही कोविड पेशेंट्स के लिये डायलिसिस की अलग से मशीन उपलब्ध कराई जाये। वर्तमान में जिला चिकित्सालय में डायलिसिस की व्यवस्था पूर्णत: नि:शुल्क है। संभागायुक्त ने इसमें और सुधार करने के तथा डायलिसिस की एक अलग से युनिट बनाये जाने के निर्देश दिये। कई अस्पतालों में संचालित सोलर प्लांट की बैटरी खराब होने के सम्बन्ध में उन्हें तुरन्त बदलवाये जाने के लिये कहा।
नागदा के सिविल हॉस्पिटल में आईसीयू में स्टाफ की शीघ्र-अतिशीघ्र पूर्ति करने के निर्देश संभागायुक्त द्वारा दिये गये। शासकीय जीवाजीगंज अस्पताल की छत पर वाटरप्रूफिंग कराये जाने के निर्देश दिये गये। माधव नगर चिकित्सालय में ड्रेनेज सिस्टम को दुरूस्त करने तथा इसके सुव्यवस्थित संचालन के लिये कहा गया। छत्रीचौक स्थित डिस्पेंसरी को बतौर डिलेवरी पाइंट के रूप में डेवलप करने के सम्बन्ध में भी विधिवत प्रस्ताव तैयार करने के लिये कहा गया। संभाग के ड्रग रजिस्टेंट रोगियों के लिये अलग से दो वार्ड बनाये जाने के सम्बन्ध में प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये गये। संभागायुक्त ने बैठक में कहा कि शासकीय अस्पतालों के वार्डों के रख-रखाव के लिये शहर की सामाजिक संस्थाओं से भी आवश्यक सहयोग करने की अपील किये जाने की आवश्यकता है।
कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अन्तर्गत टीकाकरण अभियान की स्थिति की समीक्षा की। लॉकडाउन के पश्चात जिले में टीकाकरण के कवरेज बढ़ाये जाने के लिये किये जा रहे प्रयासों की समीक्षा की। बैठक में एचएमआईएस रिपोर्ट और अनमोल एप इंट्री की समीक्षा के दौरान उज्जैन शहरी क्षेत्र में एएनएम द्वारा सही तरीके से डाटा फिडिंग नहीं किये जाने पर कलेक्टर द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई। उन्होंने कहा कि सभी बीएमओ इसकी मॉनीटरिंग सही ढंग से करें। बैठक में शिकायत के आधार पर एएनएम द्वारा दुर्व्यवहार और उन्हें सौंपे गये दायित्वों का निर्वहन नहीं करने पर कलेक्टर ने करोहन की एएनएम इंदु मालवीय, निनौरा की एएनएम मंजुला वर्मा और गुनई की एएनएम हेमलता मीणा को निलम्बित करने तथा कार्य नहीं तो वेतन नहीं के आधार पर इनके पिछले एक माह का वेतन काटने के निर्देश सीएमएचओ को दिये।
कलेक्टर ने कहा कि एचएमआईएस रिपोर्ट और अनमोल एप में डाटा फिडिंग की सेक्टरवाइज मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी समस्त बीएमओ की है। यदि कोई एएनएम निर्देश अनुसार कार्य नहीं कर रही है तो तुरन्त उन पर कार्यवाही करें और अवगत करायें। बैठक में क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत उज्जैन की समीक्षा के दौरान बड़नगर व नागदा में लेब टेक्निशियन द्वारा सही तरीके से कार्य नहीं किये जाने पर कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त की तथा तत्काल इनके विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि क्षय रोग से पीड़ितों के नोटिफिकेशन में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाये। कलेक्टर ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में पदस्थ चिकित्सक अपने परफार्मेंस में और सुधार लायें। इसके पश्चात कलेक्टर द्वारा युपीएचसी, एनपीव्हाय, डीबीटी, डीबीटी डॉट्स प्रोवाइडर और डीबीटी नोटिफिकेशन की समीक्षा की गई। मातृ स्वास्थ्य की समीक्षा के दौरान बैठक में बताया गया कि वर्तमान में उज्जैन जिले में कुल 25 प्रसूति केन्द्र चिन्हित किये गये हैं। कलेक्टर ने कहा कि ऐसे ओटी जहां एनेस्थिसिया स्पेशलिस्ट की कमी है, वहां शीघ्र-अतिशीघ्र इनकी ट्रेनिंग करवाकर पूर्ति की जाये। समस्त प्रसूति केन्द्रों का सुचारू रूप से संचालन किया जाये।
जिले में एंटीनेटल केस एएनसी कवरेज की समीक्षा के दौरान ताजपुर में प्रारम्भिक रजिस्ट्रेशन कम पाये जाने पर इसे और बढ़ाये जाने के निर्देश कलेक्टर ने दिये। एएनसी के अन्तर्गत अर्ली रजिस्ट्रेशन के लिये महिला एवं बाल विकास विभाग से समन्वय स्थापित कर अपने-अपने क्षेत्रों में आंगनवाड़ी सहायिका और कार्यकर्ताओं का सहयोग लेने के लिये कहा। कलेक्टर ने कहा कि रजिस्ट्रेशन शत-प्रतिशत किया जाये। इसमें सर्वे हेतु सीडीपीओ आवश्यक सहयोग प्रदान करें। सभी लोग मिलजुल कर कार्य करें।
कलेक्टर ने कहा कि टीकाकरण अभियान और एएनसी रजिस्ट्रेशन के लिये स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आपसी समन्वय स्थापित कर ब्लॉकवाइज बैठकें आयोजित की जायें और निरन्तर इन कार्यक्रमों की समीक्षा की जाये।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.महावीर खंडेलवाल, डीएचओ डॉ.अनीता भिलवार, डॉ.एसके सिंह, डीआईओ डॉ.केसी परमार, जिला क्षय अधिकारी डॉ.सुनीता परमार, जिला मलेरिया अधिकारी श्री अविनाश शर्मा, कैंसर नोडल डॉ.सीएम त्रिपाठी, एचओडी नेत्र विभाग डॉ.निमिश कुमार चन्देल, उपयंत्री श्रीमती नेहा निर्मल, डीपीएम सुश्री परविंद बग्गा, समस्त बीएमओ, समस्त एमओ शहरी पीएचसी/सीएच, समस्त बीईई, समस्त बीसीएम, समस्त बीएएम, सिविल सर्जन, डीपीओ महिला बाल विकास श्री गौतम अधिकारी, जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्री साबिर अहमद सिद्धिकी और समस्त सीडीपीओ मौजूद थे।