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नई शिक्षा नीति से रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे



उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव लोकमान्य तिलक सांस्कृतिक न्यास की बैठक में हुए शामिल
उज्जैन | उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव आज 5 अगस्त को लोकमान्य तिलक सांस्कृतिक न्यास की बैठक में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति से रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। अच्छे कार्य के लिये सबको आगे आना चाहिये। शिक्षा के क्षेत्र में नई शिक्षा नीति से उन्नति के प्रयास होंगे। डॉ.यादव ने कहा कि ज्ञानरूपी वाटिका लोकमान्य तिलक विद्यालय निरन्तर आगे बढ़े। धर्म की नगरी उज्जयिनी के साथ-साथ यह नगरी विज्ञान की नगरी भी है, क्योंकि यहां कालगणना का केन्द्र है। उज्जैन के पास ही महिदपुर तहसील के ग्राम डोंगला की वेधशाला में शोधार्थियों के द्वारा कालगणना पर शोध किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विक्रमादित्य पर भी शोध हो रहे हैं और भी शोध करने की आवश्यकता है।
    उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने अवगत कराया कि जन्म से लेकर मृत्यु तक की पूरी यात्रा श्री महाकालेश्वर मन्दिर में भगवान महाकाल की भस्म आरती में दिखाई देती है, एहसास कराती है। समय की शुद्धता की बात की जाये तो हमारे यहां सूर्योदय से शाम के बीच काल की गणना का केन्द्रबिन्दु है। इस कालगणना के लिये यहां पर शोध का कार्य किया जा रहा है। लोकमान्य तिलक सांस्कृतिक न्यास के पदाधिकारियों ने इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव को शाल, श्रीफल एवं पुष्प भेंटकर सम्मानित किया। इस अवसर पर न्यास के अध्यक्ष श्री किशोर खंडेलवाल ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव धर्म, शिक्षा, खगोल, इतिहास आदि के योग्य व्यक्तित्व के धनी हैं। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा मंत्री सदैव अपने लक्ष्य के प्रति तत्पर रहते हैं। शासन के मुखिया मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सही काम के लिये सही व्यक्ति का चयन कर उच्च शिक्षा मंत्री बनाकर उज्जैन का नाम गौरवान्वित किया है। श्री किशोर खंडेलवाल ने उच्च शिक्षा मंत्री से आग्रह किया कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की वन टू वन चर्चा की सूची में लोकमान्य तिलक महाविद्यालय का नाम भी आये, क्योंकि महाविद्यालय विक्रम विश्वविद्यालय में नियमित मान्यता प्राप्त होने के साथ ही साथ यूजीसी एवं नेट से भी मान्यता प्राप्त है। श्री खंडेलवाल ने लोकमान्य तिलक विद्यालय/महाविद्यालय की गतिविधियों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। लोकमान्य तिलक विद्यालय/महाविद्यालय के शिक्षा में गुणवत्ता के साथ-साथ उत्तम अनुशासन भी है।
    कार्यक्रम के प्रारम्भ में अतिथि परिचय न्यास के कोषाध्यक्ष श्री नामजोशी ने दिया। इस अवसर पर न्यास के न्यासीगणों ने मुख्य अतिथि का पुष्पों से स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन श्री अरूण शुक्ला ने किया और अन्त में आभार न्यास के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री गिरीश भालेराव ने प्रकट किया। इस अवसर पर समस्त न्यासीगण, प्राचार्य, शिक्षक आदि उपस्थित थे।

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