राज्य आनन्द संस्थान की जिला इकाई द्वारा पौधारोपण किया गया
उज्जैन | विगत सोमवार को हरियाली अमावस्या के अवसर पर राज्य आनन्द संस्थान की उज्जैन जिला इकाई द्वारा पुरूषोत्तम सागर में गिलोय, आंवला, पीपल और नीम जैसे औषधीय पौधों को लगाया गया। साथ ही योग और स्वास्थ्य के प्रति आम नागरिकों को कैसे जागरूक किया जाये, इस विषय को विस्तार से सम्प्रेषित करने के लिये आगामी 30 जुलाई को विश्व दोस्ती दिवस पर ऑनलाइन वेबीनार आयोजन की रूपरेखा बनाई गई।
इस अवसर पर जिला समन्वयक डॉ.प्रवीण जोशी ने कहा कि वृक्ष पिता के समान तो होता ही है, साथ ही वह हमें समाज में स्वस्थ और प्रसन्न रहने के मौन तरीकों से भी अवगत कराता है, इसीलिये वृक्ष हमारे समाज में ईश्वर की तरह पूजनीय है। नन्हें पौधे वृक्ष बनें, यह हम सभी की पूरे समाज के प्रति जिम्मेदारी है। हर स्तर पर पौधों का ख्याल रखना और उन्हें वृक्ष बनाना, यह हम घर परिवार के छोटे-छोटे संस्कारों से ही सीखते हैं। हमारे तीज-त्यौहार हमें इस परम्परा को जीवित रखने में अपनी भूमिका तय करने को कहते हैं। वृक्ष जीवन का पूरक है। हम एक विशाल वृक्ष की छांव में अपनी मुस्कान को पोषित करते हैं। इस दौरान आनन्द संस्थान के सहयोगी सर्वश्री ललित नागर, अनोखीलाल शर्मा, सीपी जोशी, भरत कुमावत, प्रवीण पण्ड्या, उदयसिंह पण्ड्या, राजेश शर्मा, आकाश शुक्ला सहित लगभग 50 आनन्दक मौजूद थे।