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उज्‍जैन में 23 नए कोरोना मरीज मिले



 उज्जैन जिले में कोरोना संक्रमण के 23 नए मामले आए। इन्हें मिलाकर अब पॉजिटिव मरीजों की संख्या 264 हो गई है। सोमवार देर रात बुलेटिन जारी किया गया। नए मरीजों में 13 बड़नगर के हैं। संक्रमण के कारण जिले में अब तक 45 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 106 लोग ठीक हुए हैं। इसके पहले सोमवार को उज्जैन में कोरोना संक्रमण के चार नए मामले सामने आए। हालांकि कुछ दिनों से संक्रमण की रफ्तार कम हुई है। रविवार को भी दो ही नए मरीज मिले थे। अधिकांश मरीज कंटेनमेंट इलाकों से ही हैं। 96 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं। इधर, सोमवार को स्वास्थ्य महकमे में फेरबदल कर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनुसूइया गवली के स्थान पर डॉ. महावीर खंडेलवाल को सीएमएचओ की जिम्मेदारी सौंप दी गई। उज्जैन में लगातार हुई मौतों की जांच के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का दल भी आया हुआ है। रविवार के बाद सोमवार को भी विशेषज्ञों ने उज्जैन की स्थिति के बारे में जानकारियां जुटाईं। साथ ही लगातार हुई मौतों के कारण भी तलाशे।

दल यहां पांच दिन रुककर पूरी पड़ताल करेगा। इसके बाद अपनी रिपोर्ट केंद्र को देगा। फिलहाल दल के सदस्य कई बिंदुओं पर पड़ताल कर रहे हैं। पीटीएस और माधवनगर अस्पताल पहुंचे विशेषज्ञ केंद्रीय दल में शामिल विशेषज्ञ डॉक्टरों ने दूसरे दिन देवास रोड स्थित क्वारंटाइन सेंटर पुलिस ट्रेनिंग स्कूल और माधवनगर अस्पताल का दौरा किया। यहां की व्यवस्थाएं देखीं। मंगलवार को दल आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज जाएगा। बता दें कि उज्जैन में कोरोना संक्रमण से 45 मौतें हो चुकी हैं।

20 अप्रैल से 9 मई के बीच 38 मौतें हुई हैं। लगातार बढ़ रहे मृत्यु दर को देखते हुए सांसद अनिल फिरोजिया ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर यहां दल भेजने की मांग की थी। एक-एक मौत की पड़ताल सूत्रों के अनुसार दल के सदस्य कोरोना संक्रमण से हुई एक-एक मौत की जानकारी जुटा रहे हैं। हालांकि स्थानीय स्वास्थ्य अमला पहले भी डेथ ऑडिट कर चुका है।

डॉक्टरों का कहना है कि अधिकांश मौतें कोमोरबिडिटी (एक समय में एक से अधिक बीमारी) के कारण हुईं। कई मृतकों में पहले से ही ह्रदय रोग, हाइपरटेंशन, डायबिटिज और दूसरी बीमारियां थीं। हालांकि केंद्रीय दल इस बिंदु पर भी पड़ताल कर रहा है कि कोमोरबिडिटी की समस्या अन्य शहरों और राज्यों में भी है, मगर वहां मृत्यु दर उज्जैन से काफी कम है।

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