काल गणना की नगरी से निकलने वाले पंचांग ने पिछले साल ही कर दी थी महामारी की भविष्यवाणी
उज्जैन. काल गणना की नगरी से यूं तो अनेक कैलेंडर और पंचांग आदि प्रकाशित होते हैं। जिनमें राशिफल व अन्य जरूरी जानकारियां होती हैं, जो लोगों के लिए काफी लाभकारी होती हैं। वहीं एक ऐसा पंचांग भी निकलता है, जो करीब 98 वर्ष पुराना है, और उसमें पिछले वर्ष 2019 में लिखी बातें वर्तमान परिदृश्य में एकदम सटीक बैठ रही हैं।
वयोवृद्ध ज्योतिर्विद पं. आनंदशंकर व्यास द्वारा चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पर श्री महाकाल पंचांगम नाम से पंचांग जारी किया जाता है। पिछले वर्ष जो पंचांग प्रकाशित हुआ, उसमें ग्रहों के संयोग को जोड़ा और जो बातें लिखी हैं, वे इस वर्तमान में होती नजर आ रही हैं। पं. व्यास ने उसमें लिखा है कि धनु राशि में पंचग्रही योग बनेंगे। वर्ष 2019 में 28 से 30 नवंबर तक धनु राशि में पंचग्रही योग का संयोग बना था। इनमें गुरु, शुक्र, शनि, केतु, चंद्र शामिल हैं। इसके बाद में 15 दिसंबर तक चतुर्ग्रही योग, 25 से 27 दिसंबर तक सूर्य, चंद्र, बुध, गुरु व शनि के षड्ग्रही योग तथा आगे 11 जनवरी 2020 तक पंचग्रही योग लगातार संघर्ष, प्राकृतिक विपदा, भूकंपन, खदानों की दुर्घटना, हिंसा, रक्तपात, हिमपात, मावठ, ओला प्रपात, भूस्खलन, रोगोपद्रव, वायवी तूफान, यातायात की भीषण दुर्घटनाएं होना वर्णित हैं। इस पंचग्रही, षड्ग्रही योग में शनि-केतु का योग विशेष संकट व संघर्ष का है। जनता भी संकट में और असुरक्षित अनुभव करेगी, हिंसक तत्वों के उन्माद सर्वत्र दिखाई देंगे। सत्ता व विपक्ष के उग्रतम संघर्ष होंगे। सत्ता में भी उथल-पुथल व कुछ महत्व के पदों पर परिवर्तन होंगे।