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फरवरी में वृहद स्तर पर होगा दिव्यांगजनों का जिला स्तरीय सामूहिक विवाह सम्मेलन



प्रत्येक जनपद पर आयोजित किये जायेंगे परिचय सम्मेलन, विवाह में जोड़ों को विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत भी लाभान्वित किया जायेगा, अधिकारियों, सामाजिक संस्थाओं के साथ-साथ आमजन भी कार्यक्रम में अधिक से अधिक जुड़ें -कलेक्टर
उज्जैन | कलेक्टर श्री शशांक मिश्र ने मंगलवार को सिंहस्थ मेला कार्यालय के सभाकक्ष में मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह सहायता योजना के अन्तर्गत दिव्यांगजनों का विवाह/निकाह कराये जाने के सम्बन्ध में जोड़ों की तैयारी हेतु बैठक ली। उल्लेखनीय है कि फरवरी माह में दिव्यांगजनों का विवाह/निकाह वृहद स्तर पर जिला मुख्यालय पर आयोजित किया जायेगा। उक्त योजना के तहत 48 हजार रुपये प्रति कन्या हितग्राही को, तीन हजार रुपये प्रायोजक निकाय को और इसके अलावा नि:शक्तजन विवाह प्रोत्साहन योजना के तहत सामान्य व्यक्ति द्वारा नि:शक्तजन से विवाह/निकाह किये जाने पर दो लाख रुपये और दोनों व्यक्तियों के नि:शक्त होने पर शासन की ओर से 50-50 हजार रुपये दिये जायेंगे।
    कलेक्टर ने बैठक में जानकारी दी कि यह विवाह कार्यक्रम बड़े पैमाने पर आयोजित किया जायेगा, अत: विभिन्न विभागों के अधिकारी कार्य योजना बनाकर कार्यक्रम की तैयारियों में लग जायें। इसमें सभी धर्मों के जोड़ों का विवाह/निकाह एक ही जगह पर किया जायेगा। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि विवाह के लिये आगामी 20 से 25 दिसम्बर तक सर्वे कराकर पात्र दिव्यांग जोड़ों को चिन्हित किया जाये। इसके लिये नगर पालिक निगम, मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नगर पंचायत, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास, जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी, सीएमएचओ, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयक, जिला पंचायत, सीईओ जनपद पंचायत और खाद्य नियंत्रक तथा विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, समाजसेवियों और एनजीओ को विवाह कार्यक्रम की तैयारियों के लिये आवश्यक दिशा-निर्देश कलेक्टर द्वारा दिये गये।
    कलेक्टर ने निर्देश दिये कि दिव्यांगजनों के परिचय सम्मेलन जनपद स्तर पर आयोजित किये जायें। विभिन्न धर्मों के गुरू, समाजसेवी और व्यापारिक संगठनों को भी इस कार्यक्रम से जोड़ा जाये। साथ ही आमजन भी अधिक से अधिक संख्या में इस कार्यक्रम से जुड़कर अपनी ओर से सहभागिता दर्ज करायें। इसके लिये एक सेन्ट्रल कोर कमेटी और सब-कमेटी बनाने के निर्देश कलेक्टर द्वारा दिये गये। उन्होंने सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग को निर्देश दिये कि विवाह के आवेदक को आवेदन-पत्र के साथ-साथ लगने वाले आवश्यक दस्तावेजों की चेकलिस्ट बनाई जाये।
    बैठक में जानकारी दी गई कि अन्तर्जातीय विवाह करने पर शासन की ओर से दो लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि भी उपलब्ध कराई जायेगी। कार्यक्रम की तैयारियों के लिये कलेक्टर ने जनपद स्तर पर बैठक आयोजित करने के निर्देश दिये। बताया गया कि आगामी 19 दिसम्बर को उज्जैन और घट्टिया, 20 दिसम्बर को नागदा-खाचरौद और महिदपुर तथा 21 दिसम्बर को तराना और बड़नगर में जनपद स्तरीय बैठकें आयोजित की जायेंगी। इसके पश्चात 22 से 25 दिसम्बर तक दिव्यांग जोड़ों का सर्वे किया जायेगा। इसके बाद 26 दिसम्बर से 5 जनवरी तक विभिन्न जनपदों में दिव्यांगजनों के परिचय सम्मेलन आयोजित किये जायेंगे।
    कलेक्टर ने बैठक में निर्देश दिये कि दिव्यांगजनों के विवाह सम्मेलन में हितग्राहियों को शासन की विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत भी एकसाथ लाभान्वित किया जायेगा, जिनमें आवासीय पट्टे, ट्रेनिंग और सहायक उपकरण भी वितरित किये जायेंगे। कलेक्टर ने ऐसे समस्त पात्र हितग्राहियों की चेकलिस्ट बनाये जाने के निर्देश दिये। बैठक में नगर पालिक निगम को निर्देश दिये गये कि वे एक अधिकारी को दिव्यांगजनों के चिन्हांकन हेतु नोडल अधिकारी नियुक्त करें और प्राप्त आवेदन-पत्रों की पूर्ति सुनिश्चित कर आवेदन-पत्र संयुक्त संचालक कार्यालय सामाजिक न्याय एवं नि:शक्जन कल्याण विभाग में जमा करायें।
    सीएमओ को भी नगर पालिका/नगर पंचायत ब्लॉक स्तर पर दिव्यांगजनों के चिन्हांकन हेतु नोडल अधिकारी नियुक्त करने और आवेदन-पत्र जमा कराने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने समस्त एसडीएम को अपने अधीनस्थ अधिकारियों की बैठक कर प्रति सप्ताह विवाह सम्मेलन की तैयारियों हेतु किये गये कार्यों की समीक्षा कर अवगत कराने के निर्देश दिये।
    कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास, महिला सशक्तिकरण अधिकारी और समस्त सीडीपीओ को निर्देश दिये कि वे दिव्यांग जोड़ों के चिन्हांकन हेतु नोडल अधिकारी नियुक्त करें तथा पर्यवेक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और अन्य कर्मचारियों तथा जनप्रतिनिधियों के माध्यम से अपने-अपने क्षेत्र में दिव्यांग विवाह कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार करें तथा विवाह की तैयारियों के लिये समय-समय पर बैठक आयोजित करें।
    स्वास्थ्य विभाग, आशा, एएनएम कार्यकर्ताओं के माध्यम से अपने-अपने क्षेत्र में दिव्यांग विवाह कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार करें और पात्र जोड़ों का चिन्हांकन करें। कलेक्टर ने जिला खाद्य नियंत्रक को निर्देश दिये कि परिचय सम्मेलन में शामिल दिव्यांग युवक-युवतियों और उनके साथ आने वाले सदस्यों की सम्बन्धित विभागों से समन्वय स्थापित कर गणना करें और कार्यक्रम के समय अनुसार चाय, नाश्ता, भोजन इत्यादि की व्यवस्था कर वितरण करायें।
    इसके अलावा कलेक्टर ने बैठक में उपस्थित सेवाधाम आश्रम अंबोदिया के संचालक श्री सुधीरभाई गोयल को आश्रम में रह रहे अन्तवासी युवक-युवतियों के जोड़े बनाकर आवेदन-पत्रों की पूर्ति कराने और कार्यक्रम में आवश्यक सहयोग करने की अपील की। इसके अलावा स्पेशल स्कूल नागदा, शहर काजी श्री खलीकुर्रहमान, सकल मंगलम सामूहिक विवाह आयोजन समिति, जय गुरूदेव आश्रम के प्रबंधक और समाजसेवी श्री केसरसिंह पटेल, श्री संतोष वर्मा, श्री सुरेन्द्रसिंह अरोरा, श्रीमती योगिता पुरोहित और अन्य समाजसेवियों तथा आनन्दकों को उज्जैन जिले के क्षेत्र में निवासरत दिव्यांगों के जोड़े तैयार करने और दिव्यांगजनों के विवाह कार्यक्रम में अपनी सक्रिय सहभागिता करने की अपील की।
    बैठक में सेवाधाम आश्रम और अन्य समाजसेवी संस्थाओं द्वारा पिछले दिनों नईदिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में दिव्यांगजनों के पुनर्वास कार्य में उज्जैन जिले के पूरे देश में अव्वल आने पर कलेक्टर श्री शशांक मिश्र का पुष्पगुच्छ भेंटकर सम्मान किया गया। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष श्री करण कुमारिया, सीईओ जिला पंचायत श्री नीलेश पारिख, अपर कलेक्टर श्रीमती बिदिशा मुखर्जी और विभिन्न विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।

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