सुफी नगमों के साथ क्लासिकल बंदिशों में मंत्रमुग्ध हुए श्रोता
110वें श्रध्दा पर्व की समापन संध्या पर विदुषी विद्योत्तमा स्त्री शक्ति सम्मान से शोवना नारायण, राष्ट्र विभूति जटायु सम्मान से आगरा की नाजिया खान हुई सम्मानित
उज्जैन। ब्रह्मलीन ब्रह्मर्षि श्रीश्री मौनी बाबा जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित 110वें श्रध्दा पर्व की सांस्कृतिक संध्या में प्रदीप पंडित अमीर खुसरो के कलाम... छाप तिलक और नुसरत फतेह अली खान और राहत फतेह अली खान के सूफी गाने और प. रतन मोहन शर्मा की क्लासिकल बंदिश पर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। वहीं सम्मान समारोह में विदुषी विद्योत्तमा स्त्री शक्ति सम्मान 2019 से शोवना नारायण को सम्मानित किया गया वहीं राष्ट्र विभूति जटायु सम्मान 2019 से आगरा की नाजिया खान को सम्मानित किया गया।
आश्रम के जनसंपर्क अधिकारी दीपक राजवानी ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत मुंबई से विशेष तौर पर आई बाबा की मानस भक्त सोमा घोष एवं डॉ. अर्चना सुमन द्वारा दीप प्रज्वलित कर की गई। कार्यक्रम में विशेष तौर पर शिवनंदन नाथ, अमित पुरोहित, रायपुर से पूजा पुरोहित, हरियाणा से वर्षा हिमांशु कौशिक, भारत भूषण शर्मा, गौरी शर्मा, डॉ. सलूजा सहित गणमान्यजन मौजूद थे। विदुषी विद्योत्तमा स्त्री शक्ति सम्मान एवं राष्ट्रीय विभूति जटायु सम्मान संत श्री सुमन भाई एवं डॉ अर्चना सुमन दिए गए। लग जा गले.... यूं हसरतों के दाग़ .. और नए फिल्म के गाने गाकर इशिता विश्वकर्मा ने लता मंगेशकर को ट्रिब्यूट किया। मुंबई से जीतू शंकर प्रसिद्ध तबला वादक अपने गायक और शास्त्रीय गायकों की टीम पं. रतन मोहन शर्मा, पार्श्व सूफी गायक प. प्रदीप पंडित और सारेगामा विजेता इशिता विश्वकर्मा और संगीतज्ञ ने शास्त्रीय फ्यूजन और बॉलीवुड के संगीत की छटा बिखेरी। आएंगे-आएंगे अगले बरस बाबा के जन्म उत्सव पर फिर आएंगे, गीत संगीता गुप्ता नई दिल्ली ने गया जिस पर सभी श्रोता झूम उठे। मुंबई की सोमा घोष द्वारा गाए हुए भजनों की सीडी का विमोचन एवं ब्रह्मलीन श्री श्री मुनि बाबा के चित्र का रंगीन वार्षिक कैलेंडर का विमोचन भी इस अवसर पर मानस भूषण संत सुमन भाई एवं डॉ अर्चना सुमन द्वारा किया। कार्यक्रम का संचालन कैलाश विजयवर्गीय ने किया एवं आभार जनसंपर्क अधिकारी दीपक राजवानी ने माना।