शिप्रा के नाम पर राजनीति न करे पारस जैन
कोसना ही है तो कमलनाथ को नही शिवराज सिंह चौहान को कोसे
उज्जैन। शिप्रा प्रदूषित हुई और पारस जैन शिप्रा किनारे जाकर सूंघने लगे पानी ओर सियासती तिकडमबाजी कर फिर जनता को गुमराह करने का प्रयास करने लगे।
चंबल बचाओ आंदोलन संयोजक दिनेश दुबे ने कहा है कि शिप्रा नदी के प्रदूषण पर राजनीति करने से पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ को कौसने से पहले पारस जैन पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कौसे ओर शिवराज सिंह चौहान द्वारा शिप्रा शुद्धिकरण के नाम पर खान डायवर्शन मे की गई अवैध लूट के खिलाफ आवाज बुलंद कर शिवराजसिंह चौहान के खिलाफ भ्रष्टाचार का प्रकरण पंजीबद्ध करवाये। दुबे ने कहा है कि जब खान डायवर्शन के लिए केन्द्र से 220 करोड रूपये की राशि मंजूर हुई थी, नहर बनाकर खान नदी को कालियादेह पेलेस के आगे लेकर जाना था तो फिर क्या वजह थी जो शिवराज सिंह चौहान ने पाइपलाइन के द्वारा खान नदी का डायवर्शन किया। खान नदी का बरसात के पानी के तेज बहाव का आकलन क्यो नही किया गया। शिवराजसिंह चौहान के द्वारा किये गये भ्रष्टाचार और गलत नीतियों की वजह से आज खान डायवर्शन प्रोजेक्ट पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है पाइपलाइनों के अंदर मिट्टी ओर भारी मात्रा मे कचरा फंसा हुआ है जो बार शिवराज सिंह चौहान का पाप बनकर बार बार फूट रहा है। लाईन के फूटने से जहरीला पानी सीधे जमीन मे उतर रहा है किसानो के खेत बंजर हो रहे है ओर जगह जगह बदबू फैल रही है। खान डायवर्शन की आड मे ऐसिड माफियाओ ने भी पूरे शिप्रा नदी ओर आसपास के क्षेत्रों में उघोगो से निकलने वाल वेस्ट स्पेट एसिड ढोल कर तबाही मचा रखी है। दुबे ने प्रशासन और प्रदूषण विभाग को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर सात दिनो मे पूरे उज्जैन जिले मे ऐसिड माफियाओ के ऐसिड ढोलने के गोरखधंधे पर रोक नही लगाई गई ओर ऐसिड माफियाओ के खिलाफ कठोर कार्यवाही नही की तो चरण बद्ध आंदोलन कर भोपाल तक पदयात्रा निकाली जायेगी ओर मुख्यमंत्री कमलनाथ से जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों ओर प्रदूषण विभाग ओर ऐसिड माफियाओ के खिलाफ़ कडी कार्यवाही की मांग कर कडी से कड़ी कार्यवाही की मांग की जायेगी।