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हिन्दी कार्यशाला का आयोजन किया गया


उज्जैन- सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण
कार्यालय द्वारा ‘हिंदी कार्यशाला’ का आयोजन स्थानीय होटल में किया गया। कार्यक्रम का उदघाटन एवं
मुख्य अतिथियों का स्वागत श्री गजेन्द्र सोनी निदेशक द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप
में डॉ.शैलेंद्र शर्मा वर्तमान कुलानुशासक एवं विभागाध्यक्ष हिंदी विभाग विक्रम विश्वविद्यालय एवं डॉ.उमा
वाजपेयी हिंदी विभागाध्यक्ष (सेवानिवृत्त) शासकीय कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय उपस्थित थे। कार्यक्रम
का शुभारंभ डॉ.शैलेंद्र शर्मा, श्री गजेन्द्र सोनी, श्री रामगोपाल विजय द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।
कार्यक्रम का संचालन श्री अंकित, वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी, शिवपुरी द्वारा किया गया। इस अवसर पर
श्री अभिषेक कुमार वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी रतलाम, श्री अवनीश कुमार सिंह वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी
उज्जैन उपस्थित रहे।

डॉ.शैलेंद्र शर्मा ने ‘राजभाषा नीतियों का क्रियान्वयन’ तथा ‘हिंदी सांस्कृतिक परिधि’ विषय पर
बताया कि 14 सितम्बर 1949 को भारत की संविधान सभा द्वारा हिंदी भाषा को राजभाषा के रूप में
अंगीकृत किया गया था। प्रत्येक वर्ष इस तिथि को हिंदी दिवस मनाया जाता है। डॉ.शर्मा द्वारा राजभाषा
हिंदी के प्रचार-प्रसार हेतु किये गये विशेष उपबंधों जैसे भारत के संविधान के भाग-17 के अंतर्गत अनुच्छेद
343 से अनुच्छेद 351 तक, राजभाषा अधिनियम 1963 एवं राजभाषा नियम 1976 के बारे में विस्तार से
बताया गया। साथ ही हिंदी भाषा पर वेदों एवं पुराणों के प्रभाव पर भी प्रकाश डाला।
डॉ.उमा वाजपेयी द्वारा ‘हिंदी भाषा का प्रयोग’ तथा ‘राजभाषा संबंधी शंका निवारण एवं समाधान’
विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। डॉ.वाजपेयी ने बताया कि भाषा व्यक्ति के चरित्र को परिलक्षित
करती है। किसी भी सभ्यता की सांस्कृतिक विरासत उस सभ्यता द्वारा प्रयोग की जा रही भाषा पर निर्भर
करती है। हमारा देश भारत ‘विविधता में एकता’ का प्रदेश है, जहाँ विभिन्न संस्कृतियों की शाखाएं मिलकर
हिंदी भाषा रूपी महासागर का निर्माण करती है। वर्तमान में हिंदी भाषा केवल साहित्य का विषय न होकर
तकनीकी, चिकित्सा, वाणिज्य, विधि, विज्ञान आदि सभी क्षेत्रों में प्रवेश कर वैश्वीकरण को बढ़ावा दे रही है।
उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात द्वारा हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में स्वीकार करने एवं संयुक्त राष्ट्र
संघ द्वारा हिंदी भाषा में कार्य करने की सुविधा प्रदान करने पर भी प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का समापन श्री गजेन्द्र सोनी निदेशक क्षे.का. ग्वालियर एवं श्री अवनीश कुमार सिंह वरिष्ठ
सांख्यिकी अधिकारी उप क्षेत्रीय कार्यालय उज्जैन द्वारा सभी का आभार व्यक्त कर किया गया।

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