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मन्दिरों एवं धार्मिक स्थलों पर दुग्ध संघ सांची के प्रोडक्ट की खपत बढ़ाये - कमिश्नर



कमिश्नर ने फसल बीमा योजना में उज्जैन संभाग के प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहने पर कृषि विभाग की टीम को बधाई दी
उज्जैन | उज्जैन संभाग कमिश्नर श्री आनन्द कुमार शर्मा ने आज किसान कल्याण एवं कृषि विभाग, उद्यानिकी, पशु चिकित्सा, मत्स्य विभाग, दुग्ध संघ एवं आबकारी विभाग की योजनाओं की अद्यतन प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने दुग्ध संघ के कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे मन्दिरों एवं धार्मिक स्थलों पर सांची के प्रोडक्ट जैसे घी, दूध आदि की खपत बढ़ायें। प्रसाद के रूप में पेड़े विभिन्न मन्दिरों पर रखवायें। कमिश्नर ने कहा कि सांची के प्रोडक्ट शुद्ध एवं प्रदूषण से रहित रहते हैं। उन्होंने दुग्ध सहकारी समितियों को भी सक्रिय बनाये रखने के निर्देश दिये। कमिश्नर ने निर्देश दिये कि दुग्ध संघ अपनी मार्केटिंग करने के लिये सर्वे कराये। नई एवं बड़ी कॉलोनियों एवं नई विकसित जगहों पर नये सेक्टरों पर अपने उत्पादन पहुंचवाये। उन्होंने कहा कि बड़े मन्दिरों एवं गुरूद्वारों में निरन्तर भण्डारे होते रहते हैं। वहां घी एवं दूध की खपत बढ़वाये। आवश्यक पड़ने पर सांची के प्रोडक्ट का विज्ञापन समाचार-पत्रों में निकलवायें।
    कमिश्नर ने खरीफ-2020 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में उज्जैन संभाग के सर्वाधिक किसानों द्वारा अपना पंजीयन कराने एवं प्रदेश में पंजीयन की मामले में प्रथम स्थान पर रहने पर संयुक्त संचालक कृषि श्री डीके पाण्डेय एवं उनकी टीम को बधाई दी। उल्लेखनीय है कि संभाग में 8 लाख 48 हजार 701 ऋणी कृषकों ने तथा 2 लाख 26 हजार 861 अऋणी कृषकों ने अपना पंजीयन कराया है। उज्जैन जिले में एक लाख 56 हजार 180 ऋणी कृषक, मंदसौर में एक लाख 32 हजार 472, नीमच में 65 हजार 201, रतलाम में 97 हजार 579, देवास में एक लाख 98 हजार 539, शाजापुर में एक लाख 30 हजार 528 तथा आगर-मालवा में 68 हजार 202 ऋणी कृषकों ने अपना पंजीयन प्रधानमंत्री फसल बीमा में कराया है। वहीं उज्जैन में 65 हजार 425 अऋणी कृषकों ने, मंदसौर में 32 हजार 736, नीमच में 5 हजार 894, रतलाम में 13 हजार 22, देवास में 76 हजार 936, शाजापुर में 21 हजार 608 तथा आगर-मालवा में 11 हजार 240 अऋणी कृषकों ने अपना पंजीयन कराया है।
    कमिश्नर श्री शर्मा ने बताया कि आगामी 18 सितम्बर को आयोजित कार्यक्रम में कृषि ऋण वितरण की राशि किसानों के खातों में डाली जायेगी। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिये उन्होंने सभी अधिकारियों को सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिये। कमिश्नर ने निर्देश दिये कि दुग्ध संघ, मत्स्य विभाग, पशुपालन विभाग, किसान क्रेडिट कार्ड वितरण की व्यवस्था भी सुनिश्चित करें। कमिश्नर ने कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान कहा कि लगातार बारिश के चलते 4 लाख 84 हजार हेक्टेयर में कीटव्याधि से सोयाबीन की फसल प्रभावित हुई है। उज्जैन, देवास, शाजापुर एवं आगर-मालवा सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं। उन्होंने संयुक्त संचालक कृषि को निर्देशित किया कि राजस्व विभाग की टीम प्रभावित सोयाबीन फसल का सर्वे कर रही है, अत: सर्वे टीम के साथ कृषि विभाग की टीम भी अनिवार्य रूप से सर्वे में शामिल रहे। उन्होंने पशु चिकित्सा विभाग के संयुक्त संचालक को निर्देश दिये कि वे समय रहते सभी गौशालाओं का निर्माण कार्य पूर्ण करें।
    कमिश्नर ने मत्स्य विभाग की समीक्षा के दौरान विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों के प्रति नाराजगी जाहिर की। उल्लेखनीय है कि मत्स्य विभाग द्वारा अभी तक मात्र 855 किसान क्रेडिट कार्ड ही बनाये गये हैं। कमिश्नर ने निर्देश दिये कि विभाग तत्काल अधिक से अधिक मछुआरों का क्रेडिट कार्ड बनाना सुनिश्चित करे। बताया गया कि उज्जैन संभाग में 6 हजार 211 हेक्टेयर में तालाब हैं, जिनमें मछली पालन एवं सिंचाई की सुविधा उपलब्ध है। कमिश्नर ने निर्देश दिये कि विभाग जलक्षेत्र बढ़ायें। साथ ही ग्रामीण तालाब का निर्माण अधिक से अधिक करे। उद्यानिकी विभाग की समीक्षा के दौरान कमिश्नर श्री शर्मा ने निर्देश दिये कि उद्यानिकी की सभी नर्सरियों के बाहर फलदार एवं औषधिय पौधों का प्रदर्शन किया जाये, ताकि आते-जाते लोगों की नजर पड़े और वे पौधों का क्रय कर सकें।
    बैठक में सभी सम्बन्धित अधिकारीगण मौजूद थे।

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